शिलाई अस्पताल में डॉक्टरों सहित स्टाफ के 20 पद खाली
प्रदेश सरकार के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों की पोल विधानसभा क्षेत्र शिलाई में खुलती नजर आ रही है।
जागरण संवाददाता, नाहन : प्रदेश सरकार के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के दावों की पोल विधानसभा क्षेत्र शिलाई में खुलती नजर आ रही है। यहां सीएचसी शिलाई को हाल ही में प्रदेश सरकार ने सिविल अस्पताल में अपग्रेड तो कर दिया है। बावजूद इसके हालत दयनीय बनी हुई है। अस्पताल में जहां तीमारदारों के लिए बैठने, रहने की व्यवस्था नहीं है, वहीं अस्पताल की लैब में टेस्ट करवाने की सुविधा नहीं है। नाममात्र टेस्ट ही अस्पताल लैब में हो रहे हैं। इतना ही नहीं 20 से अधिक पद रिक्त चल रहे हैं। अस्पताल केवल रेफरल सेंटर बन कर रह गया है।
शिलाई अस्पताल के अंतर्गत जिला सिरमौर का ट्रांसगिरि क्षेत्र, जिला शिमला का चौपाल मंडल तथा लगभग 12 पंचायतें उत्तराखंड की ऐसी है, जिनके स्वास्थ्य का जिम्मा शिलाई अस्पताल के पास है। यह पूरा क्षेत्र पहाड़ी है। आज तक अस्पताल में किसी भी सर्जन की पोस्ट नहीं रखी गई है। अस्पताल में 250 से 300 लोगों की ओपीडी रहती है। बरसात में ओपीडी का आकड़ा अधिक हो जाता है।
शिलाई अस्पताल के प्रभारी डॉ. पियूष तिवारी ने बताया कि खाली पदों सहित न्यू ओपीडी का कार्य शुरू करवाने के लिए कई बार सरकार को लिखा जा चुका है। दोनों ही मामलों में कार्रवाई प्रदेश सरकार को करनी है। पूरी डिटेल विभाग के उच्चाधिकारियों को दी गई है।