यहां इलाज नहीं, अस्पताल तक पहुंचाना चुनौती
सरकार प्रदेश के हर गाव को सड़क से जोड़ने को दावे करती है।
राजन पुंडीर, नाहन
सरकार प्रदेश के हर गाव को सड़क से जोड़ने को दावे करती है, लेकिन आज भी कई गाव ऐसे है, जो सड़क सुविधा से वंचित हैं। ऐसे ही गाव नाहन विकास खंड की बनेठी पंचायत के हैं। बनेठी पंचायत के सात गावों में सड़क सुविधा नहीं है। इन गावों के लोगों को कई किलोमीटर दूर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचना पड़ता है। सबसे अधिक मुश्किल तो तब होती है, जब इन गावों में कोई बीमार पड़ जाए। लोगों को चारपाई पर उठाकर मरीज को सड़क तक पहुंचाना पड़ता है।
रास्ता जंगल व उबड़ खाबड़ होने से परेशानी और अधिक बढ़ जाती है। बनेठी पंचायत के धधोली, पताहर, बजीऊण, कनोटी, बागा, क्यारटा और आम का ढाल गाव के लोगों को आजादी के सात दशक बाद भी सड़क सुविधा मुहैया नहीं हो पाई है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन गावों में रहने वाले लोग किस तरह जीवन यापन करने को मजबूर है। कहने को तो यह गाव नाहन-कुम्मारहट्टी नेशनल हाईवे के साथ लगते है, लेकिन यहा सड़क न होने से गाव तक पहुंचना एवरेस्ट चोटी को फतह करने से कम नहीं है। नेशनल हाईवे से इन गावों की दूरी करीब चार से छह किलोमीटर दूर है, मगर आज तक यहा सड़क नहीं पहुंच पाई है। गांव के लोग सरकार, प्रशासन के द्वार गुहार लगाते थक चुके है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। केवल चुनाव के समय विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता उन्हे जीतने के बाद सड़क मुहैया करवाने का आश्वासन देकर चले जाते है। चुनाव बीत जाने के बाद पाच वर्ष तक कोई सुध नहीं लेता। काग्रेस हो या भाजपा किसी भी दल ने आज तक इन गावों के लोगों की समस्या को उठाने की कोशिश नहीं की।
धधोली निवासी प्रदीप, पताहर निवासी बलिंद्र, कनोटी निवासी शमशेर, रामस्वरूप, पूर्व प्रधान बासुदेव, पूर्व बीडीसी वाइस चेयरमैन महेद्र सिंह, वर्तमान बीडीसी सदस्य धमेंद्र सिंह ने बताया कि सात गाव के लिए सड़क सुविधा न होने से उन्हे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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ये कहा जन प्रतिनिधियों ने
बनेठी पंचायत के प्रधान कमलेश भार्गव ने बताया कि शिल्ली से बोरली तक बनने वाली सड़क का सर्वे हुआ है। इस सड़क का लाभ इन गावों को भी होगा। उक्त गावों के लिए सड़क को लेकर पंचायत से प्रस्ताव पारित कर भेजे गए है। इसके अलावा पीडब्ल्यूडी से भी बात की गई है। जिला काग्रेस कमेटी अध्यक्ष अजय सोलंकी ने कहा कि इन गावों के लिए बनने वाली सड़क को विधायक प्राथमिकता में डाला जाना चाहिए। यह क्षेत्र आज भी पिछड़ा है ऐसे में स्थानीय विधायक को चाहिए कि वह इसे विधायक में प्राथमिकता में डाल इन गावों को सड़क सुविधा मुहैया करवाएं।