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श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड को आज मिलेगा सीईओ

श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड को बुधवार को नया सीईओ मिल जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 05:59 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 05:59 PM (IST)
श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड को आज मिलेगा सीईओ
श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड को आज मिलेगा सीईओ

जागरण संवाददाता, नाहन : श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड को बुधवार को नया सीईओ मिल जाएगा। बुधवार को श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड की बैठक डीसी एवं श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड के अध्यक्ष ललित जैन की अध्यक्षता में कुब्जा पैवेलियन श्रीरेणुकाजी में होगी। इसमें जिला के सभी विभागों के अधिकारी तथा बोर्ड के गैर सरकारी सदस्य मौजूद रहेंगे। इस दौरान गैर सरकारी सदस्य सर्वसम्मति से सीईओ को चुनेंगे। श्रीरेणुकाजी तीर्थ के विकास और रखरखाव के लिए 1984 से श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड में सीईओ का राजनीतिक पद सत्तासीन पार्टी समर्थक से ही भरा जाता रहा है। श्रीरेणुकाजी भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रताप तोमर ने बताया कि श्रीरेणुकाजी बोर्ड के लिए गैर सरकारी सदस्यों में से ही बैठक के दौरान सर्वसम्मति से सीईओ का चुनाव किया जाएगा। गौर हो कि अभी तक श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड के लिए दीपराम शर्मा, अमर सिंह रागड, कुलदीप ठाकुर और प्रताप सिंह रावत के नाम सामने आते रहे हैं, जबकि बुधवार को सीईओ के लिए किस नाम पर मोहर लगती है यह स्पष्ट हो जाएगा। वहीं, सीईओ रविंद्र गोयल ने बताया कि बुधवार को श्रीरेणुकाजी विकास बोर्ड की बैठक प्रस्तावित है, जिसमें नौकायन आदि मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी

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श्रीरेणुकाजी में रहता है बोर्ड और वाइल्ड लाइफ के बीच टकराव

श्रीरेणुकाजी तीर्थ में जहा चार वर्ग किलोमीटर एरिया वाइल्ड लाइफ के तहत आता है, वहीं यहा पर गतिविधियों और वाइल्ड लाइफ एरिया से बोर्ड को आय का एक बड़ा हिस्सा मेला प्लाट आवंटन, नौकायन, मंदिर चढ़ावा, गेस्ट हाउस आदि से आता है। किसी भी तरह की विकास गतिविधियों में बोर्ड और वन्य प्राणी विभाग मं पहले आप पहले आप वाली स्थिति रहती है। वन्य प्राणी विभाग कहता है कि बोर्ड तीर्थ श्री रेणुकाजी में गंदगी और अन्य गतिविधियों पर नियंत्रण करे, जबकि बोर्ड कहता है कि यह भूमि वाइल्ड लाइफ की है, हम विकास नहीं कर सकते हैं। लिहाजा इस पेंच में श्रीरेणुकाजी तीर्थ का विकास अधर में लटका रहता है, जबकि सीईओ की भूमिका भी केवल वीआइपी आवाभगत तक ही सीमित रहती है।


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