बारिश की आड़ में नदी में छोड़ा केमिकल युक्त डस्ट
जिला सिरमौर के पच्छाद विस क्षेत्र के घिनीघाड़ में बारिश की आड़ में एक उद्योग द्वारा नदी में केमिकल युक्त डस्ट छोडने से आईपीएच को दो पेयजल योजनाओं को बंद करना पड़ा। जबकि क्षेत्र के दो दर्जन गांवों के लोगों को अपने मवेशियों को भी पानी पिलाने की समस्यां उत्पन्न हो गई है। उद्योग द्वारा नदी में छोडे गये इस खतरनाक केमिकल की शिकायत ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री एनजीटी उपायुक्त सिरमौर आईपीएच विभाग व पंचायत प्रधान काटली को भी दे दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जामुन की सेर में चल रहे उद्योग से केमिकल युक्त डस्ट शुक्रवार सांय इस नदी में बारिश की आड़ में छोड गया। जिससे नदी
जागरण संवाददता, नाहन : जिला सिरमौर के पच्छाद के घिनीघाड़ में बारिश की आड़ में एक उद्योग ने नदी में केमिकल युक्त डस्ट छोड़ दी, जिससे दो आइपीएच विभाग को दो पेयजल योजनाओं को बंद करना पड़ा। क्षेत्र के दो दर्जन गांव में मवेशियों पानी पिलाने की समस्या उत्पन्न हो गई है। ठाकुरद्वारा निवासी बाबू राम शास्त्री, सुमित्रा देवी, आत्मा राम, रमेश व कला देवी इत्यादि लोगों ने इसकी शिकायत पहले ग्राम पंचायत काटली में दी व उसके बाद मुख्यमंत्री, आइपीएच मंत्री, एनजीटी व उपायुक्त सिरमौर को भी भेज दी है। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्ष भी इन्हीं दिनों में जामन की सेर में फैक्ट्री होने के कारण इसी तरह का केमिकल डस्ट छोड़ा गया था, जिससे पेयजल योजनाओं को कई दिन तक बंद करना पडा था। काटली पंचायत प्रधान मीरा देवी ने बताया कि शिकायत मिली है। आइपीएच विभाग सराहां के सहायक अभियंता पंकज चौधरी ने बताया कि उन्हें क्षेत्र के लोगों ने शुक्रवार को सूचना दी थी कि योजना में केमिकल युक्त डस्ट छोड़ा गया है। आइपीएच के अधिशाषी अभियंता मनदीप गुप्ता ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद व प्रयोगशाला में सैंपल की रिर्पाट आने के बाद प्रदूषण नियंत्रण कंट्रोल बोर्ड को उद्योग के खिलाफ कार्रवाई को पत्र लिखा जाएगा।