बाल रोग विशेषज्ञ न होने से नवजात की मौत
जागरण संवाददाता, नाहन : डॉ. वाइएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में शिशु रोग विशेषज्ञ न होने
जागरण संवाददाता, नाहन : डॉ. वाइएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में बाल रोग विशेषज्ञ न होने से नवजात की मौत हो गई। इससे फिर प्रदेश में बदहाल स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खुल गई है।
2016 में सिरमौर जिला मुख्यालय नाहन में खुले मेडिकल कॉलेज में शनिवार रात 20 किलोमीटर दूर बनेठी पंचायत की महिला को प्रसव के लिए लाया गया। महिला ने एक बेटी को जन्म दिया, लेकिन एक घंटे बाद नवजात की हालत बिगड़ने लगी। अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ न होने पर दूसरे डॉक्टरों ने बच्चे की जांच की लेकिन वे कुछ समझ पाते इससे पहले ही नवजात ने दम तोड़ दिया।
बच्चे के पिता संदीप शर्मा ने कहा कि ऐसा किसी के भी साथ नहीं होना चाहिए। पता चला है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पहले ही इस बात की अंडरटेकिंग ले ली थी कि कोई अप्रिय घटना होने की सूरत में जिम्मेदारी मेडिकल कॉलेज प्रशासन की नहीं होगी।
देनी पड़ती है अंडरटेकिंग
अस्पताल प्रशासन महिलाओं को प्रसूति के लिए दूसरे अस्पतालों में रेफर कर रहा है। यहां यदि किसी महिला को प्रसव करवाना है तो उसे अंडरटेकिंग देनी होती है कि अनहोनी के लिए मेडिकल कॉलेज जिम्मेदार नहीं होगा।
बिंदल का वादा अधूरा
हाल ही में स्थानीय विधायक व विस अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था। उन्होंने शिशु रोग विशेषज्ञ की तैनाती का आश्वासन दिया था, लेकिन यह आश्वासन कब पूरा होगा इसका कोई पता नहीं।
किसने क्या कहा
'नवजात की मौत का मामला अभी मेरे संज्ञान में नहीं आया है। इस मामले में जानकारी हासिल करके ही कुछ बता सकता हूं।'
डॉ. केके पराशर, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक, नाहन मेडिकल कॉलेज
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'मामले की रिपोर्ट मांगी जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी। बाल रोग विशेषज्ञ का पद जल्द भरा जाएगा।'
-विपिन परमार, स्वास्थ्य मंत्री