छह घंटे बाधित रहा नाहन-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग
जिला सिरमौर में एक सप्ताह से रुक-रुक कर हो रही वर्षा से लोगों की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। नाहन-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पहाड़ी से चट्टानें आने के बाद छह घंटे तक बाधित रहा।
जागरण संवाददाता, नाहन : जिला सिरमौर में एक सप्ताह से रुक-रुक कर हो रही वर्षा से लोगों की दिक्कतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वीरवार सुबह करीब सात बजे नाहन-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर सादनाघाट के समीप भारी-भरकम चट्टानें गिरकर सड़क पर आ गई। इससे छह घंटे तक यहां पर लोगों को परेशान होना पड़ा। हाईवे पर दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। गनीमत रही कि जब पहाड़ी से पत्थर गिरे, तब कोई भी वाहन उस स्थान से नहीं गुजर रहा था।
पांवटा साहिब-नाहन-शिमला सुपर फास्ट बस चालक ने पहाड़ी से मलबा गिरता देखा, तो उसने बस को पीछे ही रोक दिया। इसके कुछ समय बाद ही चट्टानें पहाड़ी से गिरीं। चट्टानें इतनी बड़ी थीं कि मशीन भी नहीं हटा पाई। इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने चार मशीन व दो ब्रेकर मंगवाए। कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर एक बजे मार्ग को बहाल किया गया।
राष्ट्रीय राजमार्ग सब डिवीजन सराहां के सहायक अभियंता आरएल भाटिया ने बताया कि चट्टानें काफी भारी-भरकम थीं, जिन्हें की तोड़ने तथा मार्ग को बहाल करने में समय लग गया। एक बजे छोटे-बड़े वाहनों के लिए एनएच बहाल कर दिया गया। भूस्खलन संभावित है सादनाघाट क्षेत्र
सादनाघाट क्षेत्र भूस्खलन संभावित क्षेत्र में आता है तथा विभाग द्वारा नैनाटिक्कर तथा उसके आसपास के क्षेत्र के लिए बरसात में एक मशीन पहले से ही तैनात कर दी जाती है। बुधवार को भी यहां पर हल्का भूस्खलन हुआ था, जिसे मशीन ने हटा दिया था। वीरवार को चट्टानें आने से एनएच को बहाल करने में करीब छह घंटे का समय लगा। इस दौरान नाहन से शिमला, शिमला व सोलन से हरिद्वार देहरादून जाने वाले यात्रियों को काफी परेशान होना पड़ा। छह घंटे तक वाहनों में सैकड़ों यात्री फंसे रहे।