पच्छाद में सरकार की साख लगी दाव पर
पच्छाद उपचुनाव में नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद शुक्रवार को कांग्रेस भाजपा व निर्दलीय प्रत्याशी दयाल प्यारी ने प्रचार प्रसार किया। वहीं अब पच्छाद उपचुनाव प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। क्योंकि पच्छाद भाजपा की बागी नेता दयाल प्यारी कश्यप भाजपा प्रत्याशी रीना कश्यप की राहों में कांटे बो रही है। आलम यह है कि पच्छाद भाजपा के दो नेताओं की लोगों में जितनी नाराजगी है। यदि यह नाराजगी वोटों में तब्दील हो जाती है। तो दयाल प्यारी पच्छाद की राजनीति में नए समीकरण के साथ उभर कर सामने आएंगे। अब देखना है कि पच्छाद भाजपा में कितना भितरघात होगा। भाजपा के भिरतघात का लाभ कांग्रेस को भी मिलेगा। बता दें कि पच्छाद भाजपा में 19
राजन पुंडीर, नाहन
पच्छाद उपचुनाव में नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद शुक्रवार को कांग्रेस, भाजपा व निर्दलीय प्रत्याशी दयाल प्यारी ने प्रचार प्रसार किया। अब पच्छाद उपचुनाव प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। यहां भाजपा की बागी नेता दयाल प्यारी कश्यप भाजपा प्रत्याशी रीना कश्यप की राहों में कांटे बिछा रही रही है।
चर्चा है कि पच्छाद भाजपा के दो नेताओं के प्रति लोगों में बहुत नाराजगी है, यदि यह वोटों में तब्दील हो जाती है तो दयाल प्यारी नए समीकरण के साथ उभर कर सामने आ सकती है। भाजपा के भितरघात का लाभ कांग्रेस को भी मिल सकता है।
पच्छाद भाजपा में 1982 से 2012 तक सात बार विधायक रहे कांग्रेस के गंगूराम मुसाफिर को भी जनता में पुराना विश्वास जगाना होगा। उपचुनाव प्रचार में उतारी सरकार!
पच्छाद उपचुनाव में भाजपा ने तीन मंत्री, एक कैबिनेट रैंक का मुख्य सचेतक, एक सांसद व पांच निगम व बोर्डो के अध्यक्षों को उतारकर प्रचार के लिए विभिन्न पंचायतों में भेज दिया है। पच्छाद उपचुनाव में सिचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह को चुनाव प्रभारी बनाया है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल को नारग जिला परिषद वार्ड का प्रभारी बनाया है तो जनमंच कार्यक्रम के समन्वयक व मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा को पझौता, शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज को सराहां क्षेत्र प्रभारी, कैलाश फेडरेशन के चेयरमैन रवि मेहता, राज्य कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी, खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया, भाजपा प्रदेश महामंत्री चंद्र मोहन ठाकुर व सांसद सुरेश को चुनाव की जिम्मेदारी सौपी हैं।
34 वर्षीय रीना व 74 वर्षीय मुसाफिर में रोचक टक्कर
पच्छाद उपचुनाव में दो राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों आयु का बड़ा अंतर है। भाजपा की युवा प्रत्याशी रीना कश्यप के जन्म से पहले जीआर मुसाफिर दो मर्तबा विधायक बन चुके थे। मुसाफिर का जन्म 10 नवंबर 1945 को हुआ है वहीं रीना कश्यप का जन्म 16 सितंबर, 1985 को हुआ। मुसाफिर ने आजाद उम्मीदवार के तौर पर 1982 में पहला चुनाव जीता था। 1985 में मुसाफिर कांग्रेस के टिकट पर दूसरी बार विधायक बने। 30 साल तक के राजनीतिक जीवन में मुसाफिर को बुलंदिया ही मिली। 2012 के बाद से दो बार हार का सामना करना पड़ा। एक मर्तबा लोकसभा का चुनाव भी हारे। भाजपा की प्रत्याशी रीना कश्यप 26 साल की उम्र में जिला परिषद के शिलांजी वार्ड से चुनाव जीती। वही अब 34 साल की उम्र में विधायक पद के लिए भाजपा प्रत्याशी बनी हैं। नड्डा ने फोन कर लिया सियासी हालात का जायजा
पच्छाद विधानसभा सीट पर वीरवार को नामांकन वापसी के दिन हुए हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद भाजपा पदाधिकारियों व नेताओं को राष्ट्रीय नेताओं के फोन बजने शुरू हो गए हैं। भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी भाजपा की बागी नेता दयाल प्यारी कश्यप द्वारा नामांकन वापस न लेने व उसके अपहरण की खबरें सोशल मीडिया में दिखाए जाने के बाद स्थानीय नेताओं से सीधे मोबाइल फोन पर बात की। नड्डा ने इनपुट लिया कि दयाल प्यारी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर कितना डैमेज करेगी। इससे पहले वीरवार को भाजपा चुनाव प्रभारी महेंद्र सिंह व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती की दयाल प्यारी से बातचीत नहीं हो सकी थी। सोलन के ओच्छघाट से ही प्रदेश सीआइडी टीम दयाल प्यारी के काफिले का पीछा करते हुए भुरेश्वर महादेव मंदिर पहुंची। इसी दौरान वहां सिरमौर सीआइडी की टीम, पच्छाद पुलिस की टीम, सिरमौर सुरक्षा शाखा की टीम भी पहुंची थी।