मोगीनंद स्कूल के विज्ञान प्रवक्ता जापान में करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवी कक्षा में 97 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले प्रदेश के 6 छात्र-छात्राएं व एक विज्ञान प्रवक्ता जापान में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
-प्रतिभागियों को मिलेगा जापान में वैज्ञानिक गतिविधियों का अध्य्यन करने का मौका जागरण संवाददाता, नाहन : हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवी कक्षा में 97 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले प्रदेश के छह छात्र-छात्राएं व एक विज्ञान प्रवक्ता जापान में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। नाहन शिक्षा खंड के तहत राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोगीनंद स्कूल के विज्ञान प्रवक्ता संजीव अत्री का चयन जापान में होने वाले जापान-एशिया विज्ञान यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए हुआ है। विज्ञान प्रवक्ता संजीव अत्री व प्रदेश के छह विद्यार्थी जापान में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। विज्ञान प्रवक्ता संजीव अत्री का चयन हिमाचल सरकार द्वारा केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार के मापदंडों के अनुरूप किया गया है। गत वर्ष दसवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं में 97 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले छात्र इस प्रतियोगिता में भाग लेंगे। चयनित विद्यार्थियों में जिला मंडी की पृतांजलि सेन, जिला ऊना की सरनदीप कौर, जिला चंबा से वंशिता व जिला कुल्लू से अभिषेक, जबकि जिला हमीरपुर से दो छात्राएं आदिति शर्मा व श्रेया शर्मा का चयन इस सम्मेलन के लिए हुआ है। इस सम्मेलन का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग जापान की ओर से किया जा रहा है। संजीव अत्री ने बताया कि इस बारे में उन्हें केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार का पत्र मिल चुका है। यह कार्यक्रम अप्रैल में होगा। वह इस कार्यक्रम के लिए तैयारियां कर रहे हैं। इस कार्यक्रम में प्रवक्ता संजीव अत्री द्वारा भारतीय वैदिक विज्ञान की वर्तमान शिक्षण एवं समय में उपयोगिता का अवमूल्यन विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। इस कार्यक्रम से जहां हिमाचल का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिभागियों को जापान में वैज्ञानिक गतिविधियों का अध्यन करने का अवसर मिलेगा। साथ ही जापान के वैज्ञानिकों से भी मिलने का अवसर प्राप्त होगा। वहीं वह इस कार्यक्रम के माध्यम से हिमाचली संस्कृति की झलक भी प्रस्तुत करेंगे। संजीव अत्री जापान में हिमाचली संस्कृति पर आधारित नाटी प्रस्तुत करेंगे। संजीव अत्री ने बताया कि केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से उनका चयन निर्धारित मापदंडों के अतिरिक्त स्कूल छात्रों के साथ अभी तक की गई विभिन्न गतिविधियों के चलते हुआ है।