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रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध निर्माण रोकने गए कर्मचारियों पर हमला, वर्दी फाड़ी; वीडियो बनाने पर मोबाइल भी तोड़ा

पांवटा साहिब उपमंडल के रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध निर्माण रोकने गए वन अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बदमाशों ने मारपीट की व उनकी वर्दी भी फाड़ दी।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 08:28 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 09:12 PM (IST)
रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध निर्माण रोकने गए कर्मचारियों पर हमला, वर्दी फाड़ी; वीडियो बनाने पर मोबाइल भी तोड़ा
रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध निर्माण रोकने गए कर्मचारियों पर हमला, वर्दी फाड़ी; वीडियो बनाने पर मोबाइल भी तोड़ा

नाहन, जागरण संवाददाता। पांवटा साहिब उपमंडल के रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध निर्माण रोकने गए वन अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बदमाशों ने मारपीट की व उनकी वर्दी भी फाड़ दी। साथ ही वन विभाग के अधिकारी का फोन छीनकर तोड़ डाला, क्योंकि वह मोबाइल से अवैध निर्माण का वीडियो बना रहे थे। पुरुवाला पुलिस स्टेशन में वन विभाग की तरफ से एक लिखित शिकायत दी गई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं इस घटना के बाद यह भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि वन विभाग के अधिकारियों के ऊपर हमला करने के आरोपित कर्फ्यू के दौरान भी अवैध निर्माण कार्य में जुटे हुए थे।

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गौरतलब है कि राजबन में भारतीय सेना का डीआरडीओ ऑफिस होने से यह एक संवेदनशील इलाका है। जहां पर इन लोगों द्वारा रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध कब्जे होने के बाद देश की रक्षा से जुड़े मामलों में भी गंभीर लापरवाही सामने आ सकती है। वन बीट प्रभारी जब गश्त पर थे, तो उन्होंने बशीर पुत्र नूरा को वन भूमि में पक्के भवन के निर्माण करते हुए पाया। इससे पहले भी बशीर द्वारा उक्त भूमि पर नींव खोदी थी तो तब भी वन विभाग ने कार्रवाई की थी। इसके बाद अब दोबारा आरोपित नेे भवन निर्माण कार्य शुरू कर दिया था।

जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। जिसके बाद आरोपी बशीर, अनुग्रह, काला गनी, मरियम, हुसनतानों, आसमा, सुलेखा व खतीजा व अन्य लोगों ने वन विभाग के स्टाफ के साथ गाली गलौज, मारपीट व जान से मारने की धमकियां दी। इसी दौरान वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की वर्दी आरोपित ने फाड़ दी।

इस मामले में जब वन खंड अधिकारी मौके की वीडियो बनाने लगे ताे आरोपितों ने उनको धक्का मारकर उनका फोन छीनकर तोड़ दिया। आरोपितों ने टीम पर जब जानलेवा हमला किया, तो टीम मौके से जान बचाकर भागी तथा पुलिस स्टेशन में पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई। वही मामला दर्ज कर जांच राजवन पुलिस स्टेशन के हेड कॉस्टेबल ओमप्रकाश तोमर को सौंपी गई। जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मामले की पुष्टि करते हुए सिरमौर के पुलिस अधीक्षक अजय कृष्ण शर्मा ने बताया आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जल्द ही इन्हें आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


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