शिलाई में खुला आइपीएच मंडल कार्यालय
जिला सिरमौर में चालू वित वर्ष के दौरान पेयजल ¨सचाई बाढ़ नियंत्रण और हैंड पंप स्थापित करने पर 45 करोड़ रूपये की राशि का प्रावधान किया गया है।
जागरण संवाददाता, नाहन : जिला सिरमौर में चालू वित्त वर्ष के दौरान पेयजल, ¨सचाई, बाढ़ नियंत्रण और हैंडपंप स्थापित करने पर 45 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है। इसमें 29 करोड़ की राशि पेयजल और 14 करोड़ ¨सचाई योजनाओं के अतिरिक्त एक करोड़ 33 लाख की राशि हैंडपंप स्थापित करने पर व्यय की जा रही है। यह जानकारी ¨सचाई एवं जन स्वास्थ्य, सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र ¨सह ठाकुर ने मंगलवार को शिलाई में ¨सचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग का मंडल कार्यालय का शुभारंभ करने के उपरांत दी। उन्होंने इस अवसर पर आइपीएच विभाग के उपमंडल कार्यालय रोनहाट का भी शुभारंभ किया। इसके अतिरिक्त ¨सचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री द्वारा शिलाई में एक करोड़ से निर्मित होने वाले खंड विकास कार्यालय भवन और 40 लाख की लागत से निर्मित होने वाले राजस्व भवन शिलाई की भी आधारशिला रखी। उन्होंने बताया कि जिला में इस वित्त वर्ष के दौरान 50 गांव को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया है। 37 गांवों को पेयजल उपलब्ध करवा दिया गया है। महेंद्र ठाकुर ने आइपीएच विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिलाई क्षेत्र में पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए दीर्घकालीन पेयजल योजना बनाएं। इसके अतिरिक्त प्रदेश में 1134 करोड़ की बागवानी परियोजना कार्यान्वित की जा रही है। इससे पहले आइपीएच मंत्री द्वारा कफोटा में 46 लाख की लागत से बनने वाली उठाऊ पेयजल योजना बोकाला पाब का शिलान्यास किया। आइपीएच मंत्री ने पांवटा की ग्राम पंचायत भाटावाली के गांव किश्नपुरा में 11 करोड़ 57 लाख से बनने वाले जम्मूवाला मल जल उपचार संयंत्र जोन की आधारशिला रखी। प्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में शिलाई क्षेत्र के लिए करोड़ों रुपये की सड़क, पुलों, पेयजल और ¨सचाई योजनाएं स्वीकृत हुई हैं। इस मौके पर पांवटा के विधायक सुखराम चौधरी ने भी विचार रखे।