हिमाचल: किसान का बेटा बना इंडियन एयरफोर्स में फ्लाइंग आफिसर, पार्थ ने देशभर में पाया 63वां स्थान
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पार्थ चौहान भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बने हैं, उन्होंने अखिल भारतीय स्तर पर 63वां रैंक प्राप्त किया है। एक किस ...और पढ़ें

भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफिसर बने पार्थ चौहान।
राजन पुंडीर, नाहन। हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर के युवा ने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। राजगढ़ उपमंडल के सेर जगास निवासी पार्थ चौहान का चयन इंडियन एयरफोर्स में फ्लाइंग आफिसर के पद पर हुआ है। उन्होंने पूरे देश में 63वां आल इंडिया रैंक प्राप्त किया है।
रतौली निवासी पार्थ ने दृढ़ इच्छाशक्ति, कड़ी मेहनत और अटूट लगन से यह मुकाम प्राप्त किया। इनके पिता जगदीश चौहान एक प्रगतिशील किसान हैं, जबकि माता सरिता चौहान गृहिणी हैं। अब पार्थ जल्द ही एएफए डुंडीगल में प्रशिक्षण शुरू करेंगे, जिसके बाद वह औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना का हिस्सा बनेंगे।
कहां से की है पढ़ाई
पार्थ ने दसवीं तक की पढ़ाई डीएवी पब्लिक स्कूल राजगढ़ से पूरी की। इसके बाद उन्होंने जमा दो और स्नातक की शिक्षा चंडीगढ़ से प्राप्त की। उन्होंने जमा दो के बाद एनडीए व अन्य टेक्निकल एंट्रेंस परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी।
असफलताओं से विचलित नहीं हुए पार्थ
शुरुआत में कई असफलताएं मिलीं, मगर पार्थ कभी विचलित नहीं हुए। कालेज समय में एनसीसी में शामिल होना मील का पत्थर साबित हुआ। इसी दौरान उनका व्यक्तित्व, नेतृत्व क्षमता और आत्मविश्वास नई ऊंचाइयों पर पहुंचा।
पूर्व एनसीसी कैडेट रहे हैं पार्थ
2024 में युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत नेपाल जाने वाले देशभर के केवल 16 एनसीसी कैडेट्स में उनका चयन हुआ। गणतंत्र दिवस शिविर 2023 में वह उत्तर जोन कंटिजेंट कमांडर रहे और पीएम रैली में अपना नेतृत्व कौशल प्रदर्शित किया।
शुभचिंतकों का जताया आभार
लगातार प्रयासों के बाद पार्थ को एक साथ इंडियन एयरफोर्स और इंडियन आर्मी दोनों के लिए अनुशंसा मिली। उन्होंने डा. विनोद चौहान, विकसित चौहान, भाभी डा. मोनिका सूद, बहनों अंचल, मृदुला, अक्षिता समेत अपने शुभचिंतकों का आभार व्यक्त किया है।

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