प्रकाशोत्सव में अमृतसर के घुड़सवारों ने दिखाए करतब
1621 में बसे ऐतिहासिक शहर नाहन में आज दोपहर बाद नजारा रफ्तार व रोमांच से भरपूर था। जैसे ही घोड़े को लगाम से इशारा मिलता वह पलक झपकते ही हवा से बातें करने लगते। घोड़ों की रफ्तार व उस पर सवार घुड़सवारों के हैरतअंगेज करतब देख लोग दांतों तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गए। दरअसल मौका श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव का था। गुरू की नगरी पांवटा साहिब से नगर कीर्तन दोपहर तीन बजे के आसपास दशम
जागरण संवाददाता, नाहन : गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर शनिवार को गुरू की नगरी पांवटा साहिब से नगर कीर्तन नाहन पहुंचा। यहां ऐतिहासिक चौगान मैदान में आयोजित कार्यक्रम में अमृतसर के घुड़सवारों ने हैरतअंगेज करतब दिखाए। सिख युवाओं की ओर से गतके का भी प्रदर्शन किया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी नाहन के अध्यक्ष अमृत सिंह शाह ने बताया कि प्रकाशोत्सव पर आयोजित कार्यक्रमों का आज आखिरी दिन था। उन्होंने बताया कि 1945-46 के बाद पहली बार नाहन में घोड़ों के यह करतब देखे गए। अंतिम दिन पांवटा साहिब से एक विशाल नगर कीर्तन नाहन पहुंचा।