प्रतिभा को मक्की पर किए शोध पर मिला पहला स्थान
स्तर की कांफ्रेस में औषधीय एवं सगंध पौधों पर इटरनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का बेहतरीन प्रदर्शन रहा। इटरनल यूनिवर्सिटी बडू साहिब के शोधकर्ताओं के एक समूह ने डॉ. विवेक शर्मा के नेतृत्व में हाल ही में पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में आयोजित नेशनल कांफ्रेस ऑन प्लांट एंड माइक्रोबियल रिसर्च-प्रेजेंट सिनेरियो में हिस्सा लेते हुए मक्की की विटामिन-ए के तकनीक एवं अश्वगंधा कडु जटामानसी और व्हीटग्रास के औषधीय गुणों के बारे में पोस्टर और ओरल प्रेसेंटेशंस के माध्यम से अपने शोध कार्यों को प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम की पोस्टर प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभा शर्मा ने इटरनल यूनिवर्सिटी बडू साहिब के वाईस चांसलर डॉ.एचएस धालीवाल के नेतृत्व में किये शोध कार्यों मक्की की विटामिन-ए और ओपेक-2 की ट्रांसफर तकनीक को प्रस्तुत करते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। इसी के साथ अनीशा बानो ने डॉ. विवेक शर्मा के नेतृत्व में अश्वगंधा के औषधीय गुणों पर किये गए कार्यों को प्रस्तुत करते हुए द्वितीय
संवाद सूत्र, राजगढ़ : राष्ट्रीय स्तर की कांफ्रेस में औषधीय एवं सुगंध पौधों पर इटरनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का बेहतर प्रदर्शन रहा। इटरनल यूनिवर्सिटी बडू साहिब के शोधकर्ताओं के एक समूह ने डॉ. विवेक शर्मा के नेतृत्व में हाल ही में पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला में आयोजित नेशनल कांफ्रेस ऑन प्लांट एंड माइक्रोबियल रिसर्च-प्रेजेंट सिनेरियो में हिस्सा लेते हुए मक्की की विटामिन-ए के तकनीक एवं अश्वगंधा, कडु, जटामासी और व्हीटग्रास के औषधीय गुणों के बारे में पोस्टर और ओरल प्रेसेंटेशंस के माध्यम से अपने शोध कार्यों को प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम की पोस्टर प्रतियोगिता के दौरान प्रतिभा शर्मा ने इटरनल यूनिवर्सिटी बडू साहिब के वाईस चांसलर डॉ. एचएस धालीवाल के नेतृत्व में किए शोध कार्यों मक्की की विटामिन-ए और ओपेक-2 की ट्रांसफर तकनीक को प्रस्तुत करते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। इसी के साथ अनीशा बानो ने डॉ. विवेक शर्मा के नेतृत्व में अश्वगंधा के औषधीय गुणों पर किए गए कार्यों को प्रस्तुत करते हुए द्वितीय स्थान हासिल किया। नंदिता ठाकुर ने व्हीटग्रास, शगुन शर्मा ने कडु और अंजलि ठाकुर ने जटामासी के औषधीय गुणों पर किए गए कार्यों को पोस्टर एवं ओरल प्रेसेंटेशंस के माध्यम से प्रस्तुत किया। डॉ. विवेक शर्मा ने सदाबहार पौधे के एंटी कैंसर गुणों को लेक्चर के माध्यम से सभा में बैठे हुए शोधकर्ताओं एवं देश के विभिन्न स्थानों से आए वैज्ञानिकों के सामने प्रस्तुत किया। इस कांफ्रेस के दौरान 150 से भी ज्यादा शोधकर्ताओं ने हिस्सा लिया। दो दिवसीय राष्ट्रीय कांफ्रेस में डॉ. एचएस धालीवाल के मार्ग दर्शन में किए गए शोधकार्यों को सभी वैज्ञानिकों ने सराहा।