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एक चिता पर किया पति-पत्नी का अंतिम संस्कार

shri Renuka ji Bus accident. श्रीरेणुकाजी बस हादसे का शिकार हुए जैतक निवासी दंपती सत्यराम व उनकी पत्नी भागवंती का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया।

By Edited By: Published: Mon, 26 Nov 2018 10:14 PM (IST)Updated: Tue, 27 Nov 2018 03:00 AM (IST)
एक चिता पर किया पति-पत्नी का अंतिम संस्कार
एक चिता पर किया पति-पत्नी का अंतिम संस्कार

नाहन, जेएनएन। श्रीरेणुकाजी बस हादसे में मारे गए नौ में से पांच लोगों का अंतिम संस्कार सोमवार को गिरी नदी के तट पर ददाहू में किया गया। गिरी नदी के तट पर जैतक निवासी दंपती सत्यराम व उनकी पत्नी भागवंती का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया। सत्यराम की चाची विद्या देवी पत्नी काका राम का संस्कार भी उनके समीप की चिता पर किया गया। वहीं डंगराह निवासी उमा देवी पत्नी काकू राम व दीना देवी पत्नी अशोक कुमार का अंतिम संस्कार भी गिरी नदी के तट पर किया गया।

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14 वर्षीय अभय चौहान का अंतिम संस्कार काटल गांव में किया गया। हादसे में मारे गए रामलाल का अंतिम संस्कार उसके गांव रजाणा में किया गया। इसके अतिरिक्त रविवार देर शाम को जिन दो शवों की पहचान नहीं हुई थी, उनमें वीरेंद्र कुमार निवासी दिल्ली व लज्जाराम पांनवा निवासी शामिल हैं। वहीं दूसरी तरफ  जिला प्रशासन बस हादसे के घायलों व मृतकों के परिजनों को फौरी राहत दे पाने में भी नाकाम रहा।

रविवार देर शाम को प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को 20-20 हजार व घायलों को पांच-पांच हजार देने की घोषणा की थी। मगर घायलों को दो व तीन हजार व कुछ ही घायलों को 5000 रुपये दिए गए। एसडीएम नाहन विवेक शर्मा ने बताया कि रविवार रात को घायलों को दो व तीन हजार की राशि दे दी गई थी, क्योंकि रविवार की छुट्टी होने के कारण कैश नहीं था। शहर के एक दुकानदार से रुपये उधार लेकर फौरी राहत दी गई। सोमवार सुबह ही बैंक से सरकारी राशि निकालकर दोपहर बाद 48 घायलों व सभी नौ मृतकों के परिजनों को फौरी राहत जारी कर दी गई।  

डॉ. बिंदल की फटकार के बाद मेडिकल कॉलेज प्रंबधन ने बुलाए डॉक्टर नाहन मेडिकल कॉलेज में रविवार को श्रीरेणुकाजी में हुए बस हादसों के घायलों के उपचार के लिए डॉक्टरों की कमी एक बार फिर देखने को मिली। ऐसा नहीं है कि नाहन मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर नहीं हैं। मगर नाहन मेडिकल कॉलेज में जो डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं, उनमें से अधिकतर डॉक्टर चंडीगढ़ व सोलन में रहते हैं जो कि चंडीगढ़ और सोलन से प्रतिदिन आते जाते हैं।

रविवार को एक तो छुट्टी थी और दूसरे मेडिकल कॉलेज में मात्र दो ही डॉक्टर उपलब्ध थे। घायलों के परिजनों ने जब विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव ¨बदल को मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर ना होने के बारे में सूचना दी तो उसके बाद डॉ. राजीव बिंदल ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को जमकर फटकार लगाई, जिसके बाद देर शाम तक नाहन मेडिकल कॉलेज में करीब 20 डॉक्टर पहुंचे व घायलों का उपचार हुआ। घायलों को सनातन संचयन सेवा ट्रस्ट ने दिए 11 हजार बस हादसे में घायल हुए लोगों के उपचार में मदद के लिए सनातन संचयन सेवा ट्रस्ट आगे आया है।

सोमवार को ट्रस्ट के अध्यक्ष विरेश मैत्रेय ने डॉ. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज में बस हादसे में घायल लोगों का कुशलक्षेम पूछा और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। इस मौके पर उन्होंने 11 हजार रुपये ट्रस्ट की ओर से मरीजों के उपचार के लिए दिए। यह राशि उन्होंने मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके पराशर को दी। इस मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष विरेश मैत्रेय ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। इस मौके पर ट्रस्ट के अध्यक्ष के अलावा सचिव अनिल भारद्वाज, सुनीता रानी, संजय कश्यप, संदीप शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।


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