बीएसएनएल कर्मियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
बीएसएनल कर्मचारियों ने हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को नाहन में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जागरण संवाददाता, नाहन : बीएसएनएल कर्मचारियों ने हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार को नाहन में केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हड़ताल पर उतरे कर्मियों ने केंद्र सरकार पर बीएसएनएल को घाटे में लाने के आरोप भी लगाए। इस रोष प्रदर्शन में बीएसएनएल के सभी संगठनों एवं संघों से जुड़े कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान बीएसएनएल कर्मियों में आठ सूत्रीय मांगें पूरी न होने पर सरकार के खिलाफ गहरी नाराजगी देखी गई। वक्ताओं कहा कि भारत सरकार ने निजी दूर संचार कंपनियों को 4जी स्पेक्ट्रम दे दिए हैं, लेकिन बीएसएनएल को इससे वंचित रखा है, जिससे बीएसएनएल घाटे में जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझ कर सरकारी संस्थानों को घाटे की ओर ले जा रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अन्य मांगों में 15 प्रतिशत फिटमेंट के साथ तृतीय वेतन पुनर्निरीक्षण, बीएसएनएल को 4जी स्पेक्ट्रम का शीघ्र आवंटन, बीएसएनएल प्रबंधन से पेंशन अंशदान का भुगतान, बीएसएनएल भूमि प्रबंधन नीति का शीघ्र अनुमोदन, बीएसएनएल के मोबाइल टावरों का आउट सोर्सिग के माध्यम से संचालन व रखरखाव के प्रस्ताव को रद करने की मांग शामिल रही। प्रदर्शनकारियों में शामिल उपमंडल अधिकारी खजान ¨सह, जेटीओ आदर्श तोमर, प्रीतम ¨सह, दिनेश, शालिनी ¨सह, प्रिया, इति गोयल, ब्रांच के प्रधान सुरेंद्र ¨सह, सचिव उषा देवी, जितेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह, राजेंद्र ¨सह, रणजीत ¨सह राणा, ओम प्रकाश, दर्शन ¨सह, हुकम ¨सह, रमेश चंद्र, सुशील कुमार, हीरा लाल, जीडी गंगोटिया शमिल रहे।