मोबाइल फोन पर करें फिक्स, उतना ही आएगा बिजली बिल
स्मार्ट मीटर में सॉफ्टवेयर होगा जो व्यक्ति की जरूरत के आधार पर बिजली की खपत की सीमा को निर्धारित कर सकेगा।
शिमला, राज्य ब्यूरो। अब आपको बिजली का बिल ज्यादा आने की परेशानी नहीं होगी। अपने घर की बिजली के खर्च को आप मोबाइल फोन से ही नियंत्रित कर सकेंगे। घर में केवल रोशनी ही चाहिए और हीटर का इस्तेमाल नहीं करना है तो इसे भी मोबाइल फोन से बंद किया जा सकेगा।
शिमला व धर्मशाला शहर के सभी सवा लाख पुराने मीटरों को बदलकर स्मार्ट फीचर वाले स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर में सॉफ्टवेयर होगा जो व्यक्ति की जरूरत के आधार पर बिजली की खपत की सीमा को निर्धारित कर सकेगा। मोबाइल फोन पर हर महीने की जितनी बिजली इस्तेमाल करने की लिमिट तय की जाएगी, बिल भी उतना ही आएगा। प्रदेश के दो शहरों में लगने वाले स्मार्ट मीटरों का बिल भी मोबाइल फोन पर ऑटोमेटिक आएगा। मोबाइल फोन से ही बिजली का बिल चुकाया जा सकेगा।
इन मीटर से बिजली की रीडिंग लेने की आवश्यकता नहीं होगी। जितनी बिजली खर्च होगी, उस हिसाब से बिल आ जाएगा। केंद्र सरकार ने सौ करोड़ रुपये की इस स्मार्ट मीटर परियोजना में से 27 करोड़ रुपये को मंजूरी प्रदान कर दी है। प्रदेश विद्युत विभाग ने केंद्र सरकार को 100 करोड़ की परियोजना में सॉफ्टवेयर का खर्च भी मांगा है जिससे स्मार्ट मीटर को चालू किया जा सके।
2700 से 3000 का एक मीटर
एक स्मार्ट मीटर पर 2700 से 3000 रुपये तक खर्च आ रहा है। इसमें से 1200 रुपये केंद्र सरकार वहन करेगी। बाकी मीटर की रिप्लेसमेंट राशि प्रदेश बिजली बोर्ड और 500 से एक हजार रुपये तक उपभोक्ताओं से भी वसूली जाएगी। तीन माह के भीतर दोनों शहरों के बिजली मीटरों को बदल दिया जाएगा।
शिमला व धर्मशाला शहर में सवा लाख नए स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। बिजली की खपत को इच्छानुसार मोबाइल फोन से निर्धारित किया जा सकेगा।
तरुण कपूर, अतिरिक्त मुख्य सचिव (ऊर्जा विभाग)