झाकड़ी में ठेका मजदूरों ने किया प्रदर्शन
1500 मेगावाट सतलुज जल विद्युत निगम प्रबंधन के खिलाफ सोमवार को ठेका मजद
संवाद सूत्र, झाकड़ी : 1500 मेगावाट सतलुज जल विद्युत निगम प्रबंधन के खिलाफ सोमवार को ठेका मजदूर यूनियन ने सीटू के बैनर तले परियोजना के मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया। मजदूरों ने परियोजना प्रबंधन पर उनकी मागों को अनदेखा करने का आरोप लगाया और कहा कि लंबे समय से यूनियन प्रबंधन वर्ग के समक्ष मागों को रख रही है, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ठेका मजदूर यूनियन ने एक से दो बजे तक प्रदर्शन किया।
सीटू क्षेत्रीय कमेटी अध्यक्ष कुलदीप व यूनियन के प्रधान राजेश व सचिव नरेंद्र देस्टा ने कहा कि परियोजना प्रबंधन व ठेकेदारों को यूनियन ने 27 फरवरी को 11 सूत्रीय माग पत्र दिया है, जिसमें यूनियन ने माग की है कि परियोजना में खाली पड़े कमरों को ठेका मजदूरों को दिया जाए। सभी मजदूरों के लिए प्रमोशन पॉलिसी बनाई जाए, मजदूरों के लिए रेगुलर स्टाफ की तर्ज पर जूते-वर्दी के लिए भत्ता दिया जाए, हर वर्ष मजदूरों को वेतन में वार्षिक बढ़ोतरी लगाई जाए, रेगुलर स्टाफ की तर्ज पर मजदूरों के लिए बसें लगाई जाएं। आरोप लगाया कि परियोजना प्रबंधन इस पर कोई गौर नहीं कर रहा है। दो बार यूनियन और प्रबंधकों की बातचीत भी हुई जो बेनतीजा रही। कहा कि मजदूरों को कमरे नहीं दिए जा रहे हैं, जबकि प्रबंधकों द्वारा दूसरी एजेंसियों के मजदूरों को कमरे दिए गए है। प्रोजेक्ट में ठेका मजदूर 15 से 17 वर्ष से काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक कोई प्रमोशन नहीं दी गई है और न ही कोई सालाना वेतन बढ़ोतरी दी गई है। कहा कि अभी यूनियन द्वारा झाकड़ी, कोटला और नाथपा में दिन को और शाम को प्रदर्शन किया जा रहा है। यदि मागों को अनदेखा किया तो 13 नवंबर को उग्र आदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी।
इस मौके पर विद्या, पुष्पा, सीमा, श्याम, उषा, प्रभा, माया अजीत, सुरेंद्र, गुरुदास, रमन शर्मा, खुशी राम, अमर, शुराम लाल, कामराज, शिव लाल, देश रतन, प्रवीन शर्मा, दलीप, सुनील वर्मा आदि मौजूद रहे।