कोरोना पर रोक के लिए घर से काम
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के मद्देनजर कर्मचारियों ने घर से काम किया।
राज्य ब्यूरो, शिमला : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर रोक लगाने के मद्देनजर प्रदेश सरकार की ओर से दिए गए वर्क फ्रॉम होम के आदेश के तहत शनिवार को अधिकारियों व कर्मियों ने घर से काम किया। आला अधिकारियों ने निचले स्तर पर कर्मचारियों को काम देकर वर्क फ्रॉम होम का बेहतर इस्तेमाल किया।
प्रदेश मुख्यालय में स्थित सरकारी विभागों के अधिकांश मुख्यालयों में करीब 50 हजार कर्मचारी हैं। अधिकांश कर्मचारियों ने घर से काम कर अपने संबंधित अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। प्रदेश सचिवालय के 1400 कर्मचारियों ने घर से काम किया। प्रदेश के सभी जिलों में उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों ने कर्मचारियों के कामकाज की समीक्षा की। उच्च न्यायालय में अगले सप्ताह जिन मामलों की सुनवाई होगी, उनके लिए वित्त, उद्योग, स्वास्थ्य व शिक्षा विभागों ने ऑनलाइन तैयारी की।
वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि उन्होंने स्टाफ को कार्य सौंपा और शाम को उसकी फीडबैक ली। इसी तरह विभाग के शेष कर्मियों को काम दिया गया। योजना विभाग में बजट तैयारियों पर काम हुआ। योजना सलाहकार बसु सूद ने कहा कि शुक्रवार को 23 तकनीकी स्टाफ को एक्सल सीट दे दी थी और डाटा एंट्री की फीडबैक ली गई। शोध अधिकारी को भी कामकाज से अवगत करवा दिया था।
वहीं, फर्जी डिग्री मामले में जांच करके सोलन से लौटी टीम के दस सदस्यों ने शनिवार को पूरा दिन फाइलें पढ़ीं। उच्च अधिकारियों ने टीम के सदस्यों से जानकारी प्राप्त की। राज्य परिवहन निगम के वित्त कार्य देखने वाले चार अधिकारी 24 फाइलें घर ले गए थे। उन्होंने पूरा दिन पेंशन, वेतन और कर्मचारियों के दूसरे लाभों से जुड़ी फाइलों को लेकर काम किया।
--------------- अधिकारियों व कर्मियों को वर्क फ्रॉम होम के तहत काम दिया गया था। ऐसे में कर्मचारियों के लिए घर पर आराम करने की गुंजाइश कम थी। जिनके पास लैपटॉप की सुविधा थी, उन्होंने घर से काम निपटाया। हर कर्मचारी व अधिकारी को सात दिसंबर से कार्यालय में काम करना है। इसलिए शनिवार को घर से काम करने से कोई छूट नहीं सकता है।
-अनिल खाची, मुख्य सचिव।
------------ पुलिस का यातायात कार्य छोड़ दें तो अधिकांश काम ऑनलाइन हो चुका है। ऐसे में प्रत्येक स्तर पर शनिवार को काम हुआ।
-संजय कुंडू, डीपीजी