पत्तों समेत झड़ के सेब के फूल, गोभी व मटर की फसल को भारी नुकसान
जधानी सहित जिला के अधिकतर इलाकों में रविवार को भारी ओलावृष्टि हुई।
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी सहित शिमला जिला के अधिकतर इलाकों में रविवार को भारी ओलावृष्टि हुई। इससे जहां सेब सहित अन्य फसलों को नुकसान हुआ है, वहीं ठंड बढ़ गई है। शहर में दोपहर बाद ओलावृष्टि हुई। हालांकि ओलावृष्टि का यह क्रम अधिक देर तक नहीं चला, लेकिन ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मचारियों और अन्य लोगों को खड़ा रहना मुश्किल हो गया।
ऊपरी शिमला में ओलावृष्टि से खासकर सेब को भारी नुकसान पहुंचा है। शिमला, मशोबरा विकास खंड के कंडा, कुफरी, फागू में अधिक ओलावृष्टि हुई है। यहां स्टोन फ्रूट के अलावा फूल गोभी, मटर की फसल तैयार है। मशोबरा में गोभी के फूल ओलावृष्टि से बिखर गए। वहीं, शिमला मिर्च, टमाटर, बैंगन की पनीरी तहस नहस हो गई। गुठलीदार फलों की सेटिंग हो चुकी थी, लेकिन ओलावृष्टि के कारण फल पत्तों समेत जमीन पर गिर गए। तापमान में गिरावट आने के कारण सेब की पैदावार पर असर पड़ा है। कम तापमान में फूल अच्छे से विकसित नहीं हो पाएगा, जिसका असर उत्पादन पर पड़ेगा। ऊपरी शिमला के मतियाना, कुमारसैन के देव जुब्बड़, कुपड़ी, अप्पर शेलग, त्रियोथी में भारी ओलावृष्टि हुई। फूल के साथ सेब के पौधों से पत्ते तक झड़ गए हैं। चेरी इन क्षेत्रों में तैयार है, लेकिन जिन बागवानों ने नेट नहीं लगाए हैं, वहां पर चेरी भी पूरी तरह प्रभावित हो गई है।
मौसम विभाग के अनुसार शिमला में बारिश, ओलावृष्टि से अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई है। मौसम विभाग ने सोमवार को भी जिला के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश व ओलावृष्टि के साथ आंधी चलने की संभावना जताई है।