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मौसम से अभी नही मिलेगी राहत, आसमान से और बरसेगी आफत

Himachal weather हिमाचल को अभी मौसम से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, शुक्रवार को भी ओलावृष्टि के साथ हिमपात और मध्यम व निचले इलाकों में बारिश का क्रम जारी रहेगा।

By BabitaEdited By: Published: Fri, 15 Feb 2019 10:27 AM (IST)Updated: Fri, 15 Feb 2019 10:27 AM (IST)
मौसम से अभी नही मिलेगी राहत, आसमान से और बरसेगी आफत
मौसम से अभी नही मिलेगी राहत, आसमान से और बरसेगी आफत

शिमला, जेएनएन। प्रदेशवासियों को अभी मौसम से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। पश्चिमी हवाओं के सक्रिय होने से समूचे राज्य में मौसम खराब बना रहेगा। इस दौरान कुछ जगहों पर बारिश-बर्फबारी होने की संभावना है। शुक्रवार को भी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ओलावृष्टि के साथ हिमपात और मध्यम व निचले हिमाचल में बारिश का क्रम जारी रहेगा। हालांकि 16 व 17 को मौसम शुष्क बने रहने की उम्मीद है, लेकिन ठंड बरकरार रहेगी। वहीं 18 से 20 फरवरी तक प्रदेश में फिर बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना है।

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वीरवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। इस दौरान तेज हवाएं भी चली, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ा। इस दौरान निचले इलाकों में दिनभर बारिश होती रही, जबकि ऊपरी क्षेत्रों में ओलावृष्टि के साथ हिमपात हुआ। केलंग में 16 सेंटीमीटर, कल्पा में दो सेंटीमीटर, उदयपुर में 3.6 सेंटीमीटर व पूह में 0.5 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। नारकंडा में भी हल्की बर्फबारी हुई। बारिश व ओलावृष्टि का यह क्रम शुक्रवार को भी जारी रहेगा। वीरवार को न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक अधिकतम तापमान बरठीं में 22.8 और सबसे कम केलंग का माइनस 7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

2016 के मुकाबले इस फरवरी में ज्यादा हिमपात यदि पांच वर्ष का रिकार्ड देखा जाए तो 2016 के मुकाबले में इस साल 14 फरवरी तक 14 सेंटीमीटर अधिक बर्फबारी हो चुकी है। इससे पहले 1990 में फरवरी में सबसे अधिक 151.03 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई थी। वहीं 1996 में 111 सेंटीमीटर, 2002 में 100, 2007 में 113 सेंटीमीटर और फिर काफी अंतराल बाद 2016 में 22.6 सेंटीमीटर हिमपात दर्ज हुआ था। 2018 में 13.8 सेंटीमीटर व 2019 में अब तक 36.0 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई है।

 मौसम बना बाधा, कांगड़ा हवाई अड्डे पर नहीं हुई विमान की लैंडिंग

खराब मौसम के चलते वीरवार दोपहर साढ़े 12 बजे एयर इंडिया का विमान आसमान पर चक्कर लगाकर दिल्ली लौट गया। इस कारण गगल स्थित कांगड़ा एयरपोर्ट पर 55 यात्री नहीं उतर पाए। वहीं 42 यात्री दिल्ली नहीं जा सके। एयर इंडिया के प्रबंधक मिलिन गुरुंग ने बताया एयर इंडिया का विमान खराब मौसम के कारण कांगड़ा एयरपोर्ट पर लैंड नहीं कर पाया। 

 

शुक्रवार को भी अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ओलावृष्टि व बर्फबारी जबकि मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश का क्रम जारी रहेगा। 16 व 17 फरवरी को मौसम शुष्क बना रहेगा, लेकिन लोगों को ठंड से निजात नहीं मिलेगी। अगले सप्ताह में भी पश्चिमी हवाएं सक्रिय रहेंगी, जिससे 18 से 20 फरवरी को मौसम फिर करवट बदलेगा।

-डॉ. मनमोहन सिंह, मौसम विभाग निदेशक

खांसी-जुखाम के 30 से 40 मरीज

फरवरी का आधा माह बीत चुका है, लेकिन मौसम ठंडा होने की वजह से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में सर्दी, खांसी, जुकाम व सांस की शिकायत के दिन में 30 से 40 मरीज

ओपीडी में पहुंच रहे हैं। लोगों को इस ठंड में खुद को बचाने की जरूरत है।

-डॉ. लोकेंद्र शर्मा, सीनियर मेडिकल सपरिटेंडेंट, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल।

इस वर्ष बहुत अच्छी बारिश व बर्फबारी हो रही है, जो बागवानों व किसानों के लिए फायदेमंद है। सेब के लिए तो इस समय की बर्फबारी संजीवनी के समान है। यह बारिश-बर्फबारी अंतराल में हो रही है, जिससे जमीन में नमी बनी हुई है। नमी का यह पूरा लाभ मध्यम व मैदानी इलाकों में होने वाली फसलों के लिए भी लाभदायक है।

- एसपी भारद्वाज, सेवानिवृत्त ज्वाइंट डायरेक्टर, बागवानी विश्वविद्यालय नौणी।


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