weather alert: चार मार्च तक तीखे रहेंगे मौसम के तेवर
weather in Himachal मौसम विभाग ने दो से चार मार्च तक हिमाचल के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी और निचले क्षेत्रों में बारिश व ओलावृष्टि की संभावना जतायी है हालांकि पांच मार्च काे मौसम साफ रहने की उम्मीद है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। हिमाचल में दो दिन धूप निकलने के बाद मौसम के तेवर फिर तीखे रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने दो से चार मार्च तक प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी और मध्य व निचले क्षेत्रों में बारिश व ओलावृष्टि की चेतावनी दी है। पांच मार्च से मौसम साफ रहने की संभावना है।
प्रदेश में हुई बारिश व बर्फबारी से अभी भी मुश्किलें कम नहीं हुई हैं। प्रदेश में अभी भी 169 सड़कें बंद हैं। शिमला जोन में 61, मंडी जोन में 72 व कांगड़ा जोन में 33 सड़कों पर यातायात बहाल नहीं हो पाया है। इसके अलावा तीन राष्ट्रीय राजमार्गों पर भी वाहनों की आवाजाही बंद है। प्रदेश में वीरवार व शुक्रवार को मौसम साफ रहने से दिन के तापमान में हल्की वृद्धि हुई है। हालांकि सुबह व शाम ठंड बरकरार है। कुछ क्षेत्रों में पाइपों में पानी जम रहा है। इस कारण पाइपें फटने से लोगों को पानी के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हिमाचल में भूकंप के झटके
हिमाचल में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके चंबा सहित साथ लगते क्षेत्रों में दर्ज किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.3 आंकी गई। हालांकि भूकंप से नुकसान की सूचना नहीं है। हालांकि कुछ क्षेत्रों में भूकंप के दौरान लोग घरों से बाहर आ गए थे।
मनाली के पर्यटन स्थलों में लगे बर्फ के ढेर
दूसरी ओर मनाली के नजदीकी पर्यटन स्थक नेहरुकुण्ड, हामटा, पलचान, कोठी, सोलंगनाला, फातरु और अंजनीमहादेव में बर्फ के ढेर लग गए है। पर्यटन स्थलों में भारी बर्फबारी होने से पर्यटन कारोबार बढ़ने की उम्मीद जगी है। वीरवार को मौसम साफ होते ही सैलनियों ने पर्यटन स्थलों का रुख किया। सैलानियों ने नेहरुकुण्ड पर्यटन स्थल में बर्फ की चांदी का आनंद उठाया। फोटोग्राफर यूनियन के अध्यक्ष दुर्गा ने बताया कि नेहरुकुण्ड में सैलानियो का मेला लग गया है। डीएसपी मनाली शेर सिंह ने बताया कि नेहरुकुण्ड पर्यटन स्थल सैलानियों के लिए बहाल हो गया है। उन्होंने बताया कि नेहरुकुण्ड में बर्फ पर्याप्त मात्रा में है। सैलानी यहां बर्फ का आनंद उठा रहे हैं।
शिमला में बर्फबारी ने तोड़ा 17 साल का रिकॉर्ड
शिमला में बर्फबारी ने 17 वर्षो का रिकॉर्ड तोड़ा है। शिमला में वर्ष 2018-19 में दिसंबर से फरवरी तक 125 सेंटीमीटर बर्फबारी हो चुकी है। वर्ष 2002-03 के दौरान 62 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई थी। राजधानी शिमला में बुधवार को पांच सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। प्रदेश के कई इलाकों में मंगलवार रात से चल रहा बर्फबारी का क्रम बुधवार को दोपहर चार बजे तक जारी रहा। चोटियों ने फिर सफेद चादर ओढ़ ली है।
राजधानी शिमला सहित जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। इससे ऊपरी शिमला में 100 मार्ग बंद हैं। इससे 250 बस रूट प्रभावित हुए हैं। जिला कुल्लू के मनाली सहित लाहुल घाटी में रुक-रुक कर बर्फबारी जारी रही। इसके अलावा कुल्लू-मनाली नेशनल हाईवे मंगलवार रात 11 बजे 16 मील के पास भूस्खलन के कारण 12 घंटे बाधित रहा। कोठी में इस सीजन में 20 फुट बर्फबारी हुई है। वहीं, जिला मंडी में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश हुई। माता शिकारी देवी में बर्फबारी की तह आठ फीट और बड़ादेव कमरूनाग में करीब छह फीट तक बढ़ गई है।