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विद्युत आपूर्ति बाधित रहने से आधा शहर रहा प्यासा

राजधानी शिमला के कई क्षेत्रों में रविवार को विद्युत आपूर्ति बाधित रहने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Dec 2021 05:04 PM (IST)Updated: Sun, 05 Dec 2021 05:04 PM (IST)
विद्युत आपूर्ति बाधित रहने 
से आधा शहर रहा प्यासा
विद्युत आपूर्ति बाधित रहने से आधा शहर रहा प्यासा

जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला के कई क्षेत्रों में रविवार को विद्युत आपूर्ति बाधित रहने के कारण पेयजल आपूर्ति ठप रही। इस कारण लोगों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा। वीकेंड पर होटलों में भी पानी की मांग ज्यादा रहती है। पानी की पर्याप्त आपूर्ति न होने के कारण होटलों में भी पानी की किल्लत रही।

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शिमला जल प्रबंधन निगम के अनुसार कोटी बरांडी में बिजली कट के चलते पंपिग प्रभावित हुई। रविवार को शहर भर में केवल 35.85 एमएलडी पानी ही मिल पाया। गिरी व गुम्मा से 13 एमएलएडी पानी की सप्लाई हो पाई है, जबकि दोनों परियोजनाओं से शहर को 17 से 20 एमएलडी पानी की सप्लाई होती है। शहर को पानी देने वाली छोटी बड़ी परियोजनाओं से भी रविवार को कम ही पानी मिला है। सियोग से मात्र 0.22, चूरट से 3.35 एमएलडी पानी की सप्लाई ही हो पाई है।

कोटी बरांडी से 5.32 एमएलडी पेयजल सप्लाई हो पाई है, जबकि शहर को हर रोज 45 से 50 एमएलडी पानी जरूरत होती है। शनिवार को शहर में 43.26 एमएलडी पानी की सप्लाई हो पाई है। साथ ही बिजली कट के चलते गिरी गुम्मा में भी पंपिग प्रभावित रही। शनिवार दोपहर बाद तीन बजे पंपिग शुरू की गई। कपंनी के एजीएम के अनुसार रविवार को जिन क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई हैं वहां पर सोमवार को प्राथमिकता के आधार पर स्पलाई दी जाएगी।

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इन क्षेत्रों में प्रभावित रही सप्लाई

शिमला के कसुम्पटी, विकास नगर, मैहली, पंधाघाटी क्षेत्रों में पानी की सप्लाई प्रभावित रही है। कंपनी का दावा है कि सोमवार को इन क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर पानी की स्पलाई दी जाएगी।

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वीकेंड पर पानी रहती है अधिक मांग

वीकेंड के चलते शिमला में बाहरी राज्यों से सैलानियों की आमद ज्यादा रहती है। शहर के अधिकतर होटल फुल रहते हैं। सैलानियों के आने से पानी की मांग बढ़ जाती है। यदि सोमवार को भी पंपिग प्रभावित होती है तो पानी की किल्लत शहर में हो सकती है। बिजली बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार मासिक मरम्मत थी, बर्फबारी से पहले सभी लाइनों को ठीक किया जाता है ताकि बर्फबारी के दौरान बिजली बाधित न हो।


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