विभाग पानी दो, नहीं तो करेंगे चक्का जाम
राजधानी शिमला के साथ लगती ग्राम पंचायत पगोग में लोगों को 10 दिन स
जागरण संवाददाता: शिमला : राजधानी शिमला के साथ लगती ग्राम पंचायत पगोग में लोगों को 10 दिन से पेयजल की बूंद-बूंद के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। पंचायत के गांव बडश में स्थिति अधिक चिंताजनक है। यहां के लोगों को पानी के लिए कई-कई किलोमीटर भटकने के बाद नालों व हैंडपंप का गंदा पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। परेशान लोगों ने चक्का जाम की चेतावनी दी है। डेढ़ किलोमीटर दूर स्थित हैंडपंप पर जाने के बाद भी पानी भरने के लिए लोगों को कतारों में खड़ा होना पड़ रहा है। वहां पर भी हैंडपंप में जंग युक्तपानी आ रहा है, जो पीने लायक नहीं है, लेकिन मजबूरी में लोगों को वही पानी पीने के लिए इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
पूर्व पंचायत प्रधान कांशी राम शर्मा ने बताया कि गांव की कुल जनसंख्या 1500 से 1800 के करीब है। गृहणियों का सारा समय पानी के इंतजाम में गुजर रहा है। आइपीएच विभाग के कर्मचारियों से शिकायत की जाती है तो कोई बहाना बनाकर चले जाते हैं। ढाई वर्ष पूर्व विधायक प्राथमिकता में पेयजल योजना गांव के लिए स्वीकृत हुई थी, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण अभी तक योजना में कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। लोगों ने मांग की है कि गांव के लिए विभाग टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति मुहैया करवाए। पंचायत के लोगों ने विभाग को चेतावनी दी है कि यदि गांव में पानी की व्यवस्था सुचारू नहीं हुई तो लोग सड़क पर उतर आएंगे और चक्का जाम करेंगे, जिसकी सारी जिम्मेदारी आइपीएच विभाग की होगी।
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अधिकारियों को भी करवाया है अवगत
पूर्व प्रधान कांशी राम शर्मा ने कहा कि गांव में पेयजल की किल्लत के बावत विभागीय अधिकारियों को लिखित रूप में अवगत करवाया जा चुका है, लेकिन फिर भी उन्हें पेयजल नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के कर्मचारी गांव में आते हैं फिर भी पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। वहीं, दूषित पानी पीने से लोग बीमार हो रहे हैं।
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मेन सोर्स में आटो मेशन खराब हो गई है। इस कारण रात को पानी पंप नहीं हो रहा है। चंडीगढ़ से मशीन ठीक कर लाई जाएगी और समस्या का समाधान किया जाएगा।
केआर कपिल, एसडीओ आइपीएच।