सटबैक पार्किंग दूर करेगी गाड़ी खड़ी करने की चिंता
जागरण संवाददाता शिमला राजधानी शिमला में पार्किंग की समस्या से जूझ रहे भवन मालिक अब भवन की
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में पार्किंग की समस्या से जूझ रहे भवन मालिक अब भवन की सटबैक में अपने लिए पार्किग बना सकेंगे। सरकार ने इसके लिए अनुमति दे दी है, बस अधिसूचना जारी होना बाकी है। इसके बाद भवन मालिक छोड़े गए सटबैक में पार्किग बना सकेंगे। हाल ही में हुई कैबिनेट की बैठक में सरकार ने सटबैक में स्टील स्ट्रक्चर पार्किग बनाने की मंजूरी देने का फैसला लिया है। इसके लिए नियमों में भी संशोधन किया जाना है।
अधिसूचना जारी होने के बाद टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीसीपी) विभाग इसके लिए नियम निर्धारित कर नगर निगम शिमला को इस बारे दिशानिर्देश जारी करेगा।
नगर निगम शिमला ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। मात्र अधिसूचना का इंतजार है। इसके बाद निगम इस पर काम शुरू कर देगा। शहरी विकास विभाग की ओर से मंत्रिमंडल की बैठक में यह प्रस्ताव लाया था। इसका फायदा लोगों को मिला है। सटबैक में बनी पार्किग में स्टील स्ट्रक्चर बनाना होगा। यह स्ट्रक्चर पक्का नहीं होगा। हालांकि कुछ लोगों ने सटबैक में पहले ही पार्किग बनाई हैं। अब यह पार्किग वैध मानी जाएंगी। सड़क से सटे भवन मालिकों को होगा फायदा
सटबैक में पार्किग बनाने की मंजूरी मिलने से शहर के उन भवन मालिकों को सीधा फायदा होगा जिनके भवन सड़क के साथ हैं। ये लोग अब सटबैक में स्टील स्ट्रक्चर से पार्किग खड़ी कर सकते हैं। अभी तक शहर में सटबैक में पार्किग बनाने की अनुमति नहीं थी। सटबैक में पार्किग बनाने की मंजूरी न मिलने से इन लोगों को सड़क किनारे ही गाड़ियां खड़ी करनी पड़ रही हैं। अवैध पार्किग भी होगी कम
शिमला में पार्किग की कमी के कारण भवन मालिक पहले सड़क किनारे ही अवैध रूप से गाड़ी पार्क कर देते थे। इस कारण कई बार गाड़ियां चोरी भी हो जाती थीं, लेकिन अब सटबैक में पार्किग बनाने की अनुमति मिलने के बाद अवैध पार्किग भी कम होगी और गाड़ियां चोरी होने का भी खतरा कम होगा। लोगों को जल्द इसकी सुविधा दी जाएगी। टीसीपी से गाइडलाइन मिलने का इंतजार है। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज के प्रयास से शहरवासियों को यह सुविधा मिलने जा रही है। इससे शहर में पार्किग की समस्या कम होगी।
सत्या कौंडल, महापौर नगर निगम शिमला। सटबैक में पार्किग बनाने का फैसला कैबिनेट ने लिया है। सरकार की ओर से इसके निर्देश आने के बाद लोग इस पर काम कर सकेंगे।
आशीष कोहली, आयुक्त नगर निगम शिमला।