बढ़ सकती हैं पूर्व मंत्री रविंद्र रवि की मुश्किलें
सोशल मीडिया पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार के खिलाफ वायरल हुआ पत्र बम का अब दिल्ली में विस्फोट होगा।
राज्य ब्यूरो, शिमला : सोशल मीडिया पर स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार के खिलाफ वायरल हुआ पत्र बम का मामला पार्टी हाईकमान के पास दिल्ली जा पहुंचा है। ऐसे में माना जा रहा है कि पूर्व मंत्री रविंद्र रवि और पत्र वायरल करने वाले के खिलाफ संगठनात्मक कार्रवाई तय है। परमार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए करीब तीन माह पहले सोशल मीडिया पर पत्र वायरल हुआ था। फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट में पता चला है कि रवि के कहने पर ही पार्टी कार्यकर्ता मनोज मसंद ने पत्र वायरल किया था। दोनों के मोबाइल फोन की जांच से पता चला है कि मनोज ने पत्र वायरल करने से पहले रवि से बातचीत की थी। ऐसे में अब पूर्व मंत्री की मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई तय मानी जा रही है।
तीन सितंबर की रात को मनोज ने फेसबुक प्रोफाइल में पोस्ट अपडेट की थी। इसमें स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। पार्टी कार्यकर्ता दिलबाग ने परमार के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली अफवाह फैलाने का षड्यंत्र रचने का केस दर्ज करवाया था।
प्रकरण की जड़ तक जाने की जरूरत : परमार
स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने कहा कि इस प्रकरण की जड़ तक जाने की जरूरत है। वह मुख्यमंत्री से आग्रह करेंगे कि मामले की जांच गहराई तक हो, ताकि नकारात्मक मनोवृत्ति से जुड़े षड्यंत्रकारी जनसेवा में समर्पित जयराम सरकार के काम में व्यवधान डालने का दुस्साहस न कर पाएं। उन्होंने कहा कि यह एफआइआर पूर्व मंत्री के खिलाफ नहीं थी, बल्कि उस व्यक्ति के खिलाफ थी जिसने यह मैसेज वायरल किया था। अगर कोई अपने आपको बेकसूर मानता है तो उन्हें यह पत्र उसी समय संगठन व सरकार के ध्यान में लाना चाहिए था। यह प्रकरण सरकार के लिए ही नहीं, बल्कि पार्टी के लिए भी घातक और कमजोर करने का प्रयास था।
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इस मामले में अभी मैं कुछ नहीं कह सकता हूं। मुझे भी मीडिया के माध्यम से सूचना मिली है। आने वाले दिनों में देखते हैं क्या होता है। मामला पार्टी आलाकमान के पास पहुंच गया है।
-सतपाल सिंह सत्ती, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष।