Move to Jagran APP

सरकार बर्बरता से नहीं दबा सकती युवाओं की आवाज: विक्रमादित्य

विधायक एवं युवा काग्रेस (युकां) के पूर्व अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यबस्था बिगड़ती जा रही है।

By Edited By: Published: Sat, 25 Aug 2018 07:23 PM (IST)Updated: Sun, 26 Aug 2018 12:38 PM (IST)
सरकार बर्बरता से नहीं दबा सकती युवाओं की आवाज: विक्रमादित्य
सरकार बर्बरता से नहीं दबा सकती युवाओं की आवाज: विक्रमादित्य

जागरण संवाददाता, शिमला। विधायक एवं युवा कांग्रेस (युकां) के पूर्व अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार युवाओं की आवाज को बर्बरता से नहीं दबा सकती। लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाने का संवैधानिक अधिकार देश के हर नागरिक को है। सरकार इससे किसी को वंचित नहीं कर सकती। युवा कांगेस पर पुलिस कार्रवाई पूरी तरह से उकसाने वाली थी, यही वजह रही की शातिपूर्ण चल रहा प्रदर्शन उग्र हो गया। पुलिस की बर्बरता से युवा काग्रेस के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता गंभीर रूप में घायल हुए हैं। विक्रमादित्य सिंह ने इस लाठीचार्ज की न्यायिक जांच की मांग करते हुए, पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की हैं।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में युवाओं को देख प्रशासन घबरा गया और अपनी खीज मिटाने के लिए व सरकार से अपनी पीठ थपथपाने को जल्दबाजी में लिया गया एक कदम था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा विधानसभा में दिए गए उस बयान पर हैरानी जताई, जिस में उन्होंने लाठीचार्ज के लिए पत्थरबाजी बताया है। उनका यह बयान किसी भी जांच से पहले ही पुलिस को क्लीनचिट देना है। प्रदेश में कानून व्यबस्था बिगड़ती जा रही है। सरकार ने खुद राज्य विधानसभा में माना है कि सात माह में प्रदेश में 11651 आपराधिक मामले रिकॉर्ड हुए जिनमें 64 हत्याएं हुई। प्रदेश सरकार युवाओं के लिए कोई ठोस नीति नहीं ला पा रही है। केंद्र की भाति प्रदेश सरकार भी केवल सब्जबाग ही दिखा रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.