लेन-देन के वायरल ऑडियो मामले में स्वास्थ्य निदेशक गिरफ्तार, तबीयत बिगड़ी; जानिए पूरा मामला
स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को विजिलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है। भ्रष्टाचार मामले में की विजिलेंस ने बड़ी कार्रवाई की है।
शिमला, जेएनएन। राज्य विजिलेंस एंड एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अजय कुमार गुप्ता को रिश्वत लेने के आरोप में बुधवार आधी रात को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले उनसे शिमला के खलीनी स्थित राज्य मुख्यालय के थाने में कड़ी पूछताछ हुई। इस दौरान निदेशक ने विजिलेंस को गुमराह किया और कई सवालों का जवाब भूलने का बहाना बनाया। चार से पांच घंटे तक उन्होंने अधिकारियों को उलझाए रखा।
सूत्रों के अनुसार भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत केस दिन के वक्त ही दर्ज हो गया था, लेकिन इसे गोपनीय रखा गया। सोशल मीडिया में वायरल हुई ऑडियो के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। सुबह नियमित चेकअप के लिए आइजीएमसी लाया गया। बीपी, डायबिटीज का मरीज होने पर भर्ती करवा दिया गया। मामले की जांच स्पेशल इन्वेस्टीगेशन यूनिट (एसआइयू) को सौंपी गई है।
कई ठिकानों पर दबिश
विजिलेंस ने वीरवार को स्वास्थ्य निदेशालय में डॉ. गुप्ता के कार्यालय व आवास समेत कई ठिकानों पर दबिश दी। कई अहम रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया। सूत्रों के अनुसार बैंकों से भी रिकॉर्ड कब्जे में लिया जाएगा। निदेशालय के स्तर पर डॉ. गुप्ता के कार्यकाल के दौरान हुई खरीद के मामलों की जांच होगी। इन सभी सौदों को संदेह की नजर से देखा जाएगा।
वायरल हुआ था निदेशक का ऑडियो
डॉ. गुप्ता का पांच लाख रुपये के कथित लेन-देन से जुड़ा ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक सरकारी बैंक से खाते बंद कर निजी बैंक में खोलने की बात कही गई है। समझा जाता है कि यह ऑडियो वार्तालाप सप्लायर के साथ है। इसमें डॉ. गुप्ता पांच लाख रुपये लाने की मांग कर रहे हैं। इसे सामान कोड वर्ड दिया है।
स्वास्थ्य निदेशक डॉ. अजय गुप्ता से बुधवार को चार से पांच घंटे पूछताछ हुई थी। उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया। विजिलेंस ने उन्हें रात को गिरफ्तार कर लिया था। इस संबंध में भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत केस दर्ज है। मामले की जांच का जिम्मा एसआइयू को सौंपा गया है। -अनुराग गर्ग, एडीजीपी, विजिलेंस
डॉ. अजय गुप्ता निलंबित, कटोच को अतिरिक्त कार्यभार
राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. अजय कुमार गुप्ता की गिरफ्तार के बाद उन्हें निलंबित कर दिया है। वहीं संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य विभाग डॉ. भरत भूषण कटोच को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। गुप्ता को बिना अनुमति मुख्यालय न छोडऩे के निर्देश दिए हैं। उन्हें निदेशक के पद से 30 मई को सेवानिवृत्त होना था। वह 31 अक्टूबर 2018 को स्वास्थ्य निदेशक बने थे।
पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
आरोपित को वीरवार को कोर्ट में पेश किया गया, वहां से उन्हें पांच दिन के न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। हालांकि विजिलेंस ने पुलिस रिमांड मांग चाहा। न्यायिक हिरासत में आरोपित जेल में रहेंगे। इस कारण उनसे अगली पूछताछ नहीं हो पाएगी।