ज्वालामुखी मंदिर ट्रस्ट में करोड़ों की गड़बड़ी, विजिलेंस जांच हो
ज्वालामुखी मंदिर ट्रस्ट में पूर्व सरकार के समय करोड़ों रुपये के गड़बड़ी हुई है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : ज्वालामुखी मंदिर ट्रस्ट में पूर्व सरकार के समय करोड़ों रुपये के गड़बड़ी हुई है। प्रदेश सरकार इसकी विजिलेंस जांच करवाए। यह बात भाजपा के विधायक रमेश धवाला ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कही। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों ने मंदिर व मस्जिद तक नहीं छोड़े हैं। पूर्व सरकार के समय दस लाख तक से अधिक का कार्य करवाने के लिए ऑनलाइन टेंडर करने जरूरी थे। अब यह राशि घटाकर पांच लाख कर दी गई है। लेकिन ज्वालामुखी मंदिर ट्रस्ट ने छह करोड़ रुपये के काम भी बिना ऑनलाइन टेंडर के करवाए। एक ही फर्म की तीन फर्मे बनाई गई। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि ज्वालामुखी मंदिर ट्रस्ट में धन का दुरुपयोग हुआ है, इसकी उच्चस्तरीय जांच हो। उन्होंने धन के दुरुपयोग से संबंधित दस्तावेज भी विधानसभा अध्यक्ष को दिए। इससे पहले उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार ने गांव-गांव में स्कूल खोल दिए। इनमें से अधिकतर स्कूलों में पांच ही बच्चे हैं।
विधायक नरेंद्र ठाकुर ने सरकार की योजनाओं का बखान करते हुए कहा कि एक साल में जनहित के कई कार्य किए हैं। विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज ने कहा कि उनके हलका ऐसा क्षेत्र है जहां पर पहली बार कोई मुख्यमंत्री पहुंचा। उन्होंने क्षेत्र में आइटीआइ खोलने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का आभार जताया। सरकार से मांग करते हुए हसंराज ने कहा कि चंबा में अनछुए पर्यटन स्थल विकसित हों।
कांग्रेस के विधायक सुंदर सिंह ने कहा कि जनमंच में विधायकों को नहीं बुलाया जाता है। उन्हें भी जनमंच में नहीं बुलाया गया। विधायक सतपाल रायजादा ने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टर विधायक की निर्देश को नजरअंदाज कर रहे हैं। नंदलाल ने भी प्रदेश सरकार की घोषणाओं के धरातल पर नहीं उतर पाने की बात कही।