सरकारी क्षेत्र में एक भी नशा निवारण केंद्र नहीं
राज्य में नशा युवा पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में जकड़ता जा रहा है। सरकार कई बरसों से नशे को लेकर ¨चता जाहिर करती रही है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : नशा युवा पीढ़ी को गिरफ्त में जकड़ता जा रहा है। सरकार बरसों से नशे पर ¨चता जाहिर करती रही है, लेकिन नशे की लत में आए युवाओं को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए कोई पुनर्वास केंद्र नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री विपिन ¨सह परमार ने लिखित सवाल के उत्तर में जानकारी दी है कि सरकारी क्षेत्र में राज्य के किसी अस्पताल में कोई नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र नहीं है। विधायक आशीष बुटेल व बलबीर कुमार चौधरी की ओर से पूछे सवाल के जवाब में जानकारी दी गई है कि तीन संस्थाओं द्वारा कुल्लू, धर्मशाला व नुरपुर में नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र चलाए जा रहे हैं। कुल्लू में गुंजन संस्था और धर्मशाला व नुरपुर में रेडक्रॉस यह केंद्र चला रही है। प्रदेश सरकार ने नशा निवारण केंद्र खोलने के सात प्रस्ताव भेजे हैं। केंद्र सरकार ने मंजूर किए एक प्रस्ताव के तहत कुल्लू की गुंजन संस्था को 18.66 लाख रुपये की ग्रांट स्वीकृत की है।