अवैध खनन वाले बख्शे नहीं जाएंगे
अवैध खनन करने वाले अपना हो या पराया किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। यह बात उद्योग मंत्री ने वीरवार को सदन में कही।
राज्य ब्यूरो शिमला : अवैध खनन करने वाले अपना हो या पराया किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश सरकार में न तो कोई खनन माफिया का एजेंट है और न ही कोई मिला हुआ है। यह बात उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने वीरवार को विधानसभा में भाजपा के राकेश पठानिया ने निजी संकल्प के जवाब पर कही। उन्होंने कहा कि उनके विभाग कायदि कोई कर्मचारी या अधिकारी खनन माफिया से मिला हुआ होगा उसके खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने कहा कि चक्की खड्ड में अवैध खनन रोकने के लिए विशेष दस्ता गठित होगा। इसमें पुलिस बल के जवान भी होंगे। चक्की खड्ड के अलावा प्रदेश की अन्य खड्डों से राज्य के बाहर जाने वाले तमाम अवैध रास्तों को बंद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि नैरचोक फोरलेन के निर्माण में एम-फार्म के दुरुपयोग के मामले में छह फर्मो को पकड़ा है। उन पर करोड़ों का जुर्माना लगाया गया है। सरकार ने 8 माह में खनन माफिया के खिलाफ 4 एफआइआर दर्ज की है। क्रशर मालिकों से सरकार 80 करोड़ वसूलेगी।
उद्योग मंत्री ने कहा कि कोलडैम के निर्माण में ऐसी छह फर्मो ने मिट्टी ढोने का काम किया जो पंजीकृत नहीं थीं। प्रदेश सरकार ने उनपर करोड़ों रुपये का जुर्माना लगाया है। किन्नौर में खनन के लिए सात साइट चिह्नित की हैं, लेकिन पंचायतों से एनओसी न मिलने के कारण इन्हें भी तक नीलाम नहीं किया जा सका है।
बकौल बिक्रम, विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने उन्हें रात को फोन करके जानकारी दी थी, जिस पर11 चालान किए गए थे।
राकेश पठानिया ने अवैध खनन के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों तथा पुलिस की मिलीभगत का भी आरोप लगाया। इस संकल्प पर हुई चर्चा में रामलाल ठाकुर, चौधरी सुखराम, जगत सिंह नेगी, परमजीत सिंह पम्मी, हर्षवर्धन चौहान, जेआर कटवाल, मोहन लाल ब्राक्टा, रविंद्र धीमान, लखविंद्र राणा और सतपाल सिंह रायजादा ने भी हिस्सा लिया।