सबसे बड़ी दोफदा पंचायत से निकली दो नई पंचायतें
उपमंडल की सबसे बड़ी दोफदा पंचायत से दो नई पंचायतें बनी हैं।
संवाद सहयोगी, रामपुर बुशहर : उपमंडल की सबसे बड़ी दोफदा पंचायत से दो नई पंचायतें बनी हैं। इसमें फुंजा और मशनू को अलग कर पंचायतों का गठन किया गया है। नई पंचायतों के गठन के बाद अब ग्रामीणों में क्षेत्र का विकास होने की उम्मीद जगी है। जबकि आगामी पंचायत चुनाव में एक बार फिर मैदान में कूदने का सपना देखने वाले लोगों के समीकरण भी नई पंचायतों का गठन होने से बिगड़ते नजर आ रहे हैं।
रामपुर विकास खंड में पुरानी पंचायतों को तोड़कर नई का गठन हो गया है। इसमें फांचा पंचायत से गानवी पंचायत बनाई गई है, जिसमें गानवी, मोहाली, मदारा, पशगांव, कथरीना को जोड़ा गया है।
धारगौरा और गोपालपुर पंचायतों से सनारसा को अलग कर पंचायत बनाया गया है। इसमें धारगौरा से वार्ड नंबर आठ और नौ, गोपालपुर से सनारसा एक और दो व रतनपुर को शामिल किया गया। इसी तरह फुंजा पंचयात में मझेवली, क्यारी, कोशगर आदि को अलग किया गया है और यहां पर नए वार्ड बनने हैं। मशून में भाजवा, मशनू और झूंग वार्ड को मिलाया गया है। इसमें भी नए वार्डो का गठन होना है। नई पंचायतों के बनने से लोगों ने भी राहत की सांस ली है। इन पंचायतों का मुख्यालय दूर होने के कारण ग्रामीणों को परेशाना होना पड़ रहा था। वहीं, वर्तमान में जो लोग पंचायत प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहे हैं, उन्हें यह सोचने पर मजबूर होना पड़ रहा है कि आगामी पंचायत चुनाव में वे मैदान में आएं या नहीं, क्योंकि उनकी पंचायतों से वार्ड टूटने के कारण उनके वोट प्रतिशत में भी गिरावट अभी से ही दर्ज की जा रही है।