ट्री कमेटी ने किया सात खतरनाक पेड़ों का निरीक्षण, दो के काटने की सिफारिश
जागरण संवाददाता शिमला राजधानी शिमला में घरों के लिए खतरा बने पेड़ों को काटने के लिए
जागरण संवाददाता, शिमला : राजधानी शिमला में घरों के लिए खतरा बने पेड़ों को काटने के लिए आए आवेदनों के तहत ट्री कमेटी ने शुक्रवार को निरीक्षण किया। ऑकलैंड, भराड़ी, कलैस्टन, शांकली में सात पेड़ों का निरीक्षण किया गया। इसमें दो पेड़ों को काटने के लिए मंत्रिमंडल की सब कमेटी से सिफारिश की जाएगी, जबकि पांच आवेदनों को निरस्त कर दिया गया।
शहर भर से निगम के पास 120 खतरनाक पेड़ों को काटने के लिए आवेदन आए हैं। निगम की ट्री कमेटी ने इन पेड़ों का निरीक्षण शुरू कर दिया है। शहर में कुछ लोगों ने जानबूझकर पेड़ों को खतरनाक बताकर निगम को पेड़ काटने के लिए आवेदन किया है। निगम शहरभर में निरीक्षण कर इन पेड़ों की रिपोर्ट तैयार करेगा। निरीक्षण के दौरान ट्री कमेटी ने जिन पेड़ों को खतरनाक की श्रेणी में रखा है, उन्हें कटवाने के लिए प्रस्ताव मंत्रिमंडल की सब कमेटी के समक्ष रखा जाएगा। दावा किया जा रहा है कि बर्फबारी के मौसम से पहले ही इन पेड़ों को हटा दिया जाएगा। शहर में जारी रहेगा ट्री कमेटी का दौरा
नगर निगम की ट्री कमेटी का दौरा शहर में जारी रहेगा। निगम के पास आए सभी आवेदनों का निरीक्षण किया जाएगा। जो पेड़ सही हालत में पाए जाएंगे उन आवेदनों को रद किया जाएगा। जो पेड़ खतरनाक होंगे उन पेड़ों की रिपोर्ट तैयार कर मंत्रिमंडल की सब कमेटी को सौंपी जाएगी। पेड़ों से छुटकारा पाने के लिए जान बूझ कर बनाया जा रहा खतरनाक
शहर में निजी और सरकारी जमीन पर पेड़ों से छुटकारा पाने के लिए जानबूझ कर पेड़ों की जड़ों को खोखला कर इन्हें खतरनाक बनाया जा रहा है। जिससे निजी जमीन पर प्लॉट में बाधा बने पेड़ों को हटाया जा सके। ऐसे में अब निगम की ट्री कमेटी इन पेड़ों को काटने की अनुमति नहीं देगी। वन विभाग न सिर्फ इनकी डैमेज रिपोर्ट (डीआर) काटेगा बल्कि इन पेड़ों को काटने की मंजूरी भी नहीं देगा। इसके अलावा संबंधित व्यक्ति पर खतरनाक बन चुके पेड़ को बचाने की जिम्मेदारी डाली जाएगी। इसके बावजूद यदि पेड़ गिरता है और इससे संपत्ति को नुकसान होता है तो उसका जिम्मेदार संबंधित व्यक्ति ही होगा।
ट्री कमेटी के दौरे के पहले दिन सात पेड़ों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान पांच पेड़ सही हालत में पाए गए हैं, जिनके आवेदनों को रद कर दिया गया है। दो सूखे पेड़ों को काटने की मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल की सब कमेटी को भेजा जाएगा।
पवन चौहान, डीएफओ शिमला शहरी।