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कोटखाई में ट्रॉमा सेंटर खोलने के फैसले पर हो पुनर्विचार

ट्रामा सेंटर के कोटखाई खोले जाने की घोषणा होने के बाद ठियोग उपमंडल में सत्ता पक्ष माकपा और विपक्ष की भाजपा और कांग्रेस एक सुर में सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने का समर्थन कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 09 Feb 2019 06:04 PM (IST)Updated: Sat, 09 Feb 2019 06:04 PM (IST)
कोटखाई में ट्रॉमा सेंटर खोलने के फैसले पर हो पुनर्विचार
कोटखाई में ट्रॉमा सेंटर खोलने के फैसले पर हो पुनर्विचार

सुनील ग्रोवर, ठियोग

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कोटखाई में ट्रॉमा सेंटर खोलने की घोषणा होने के बाद माकपा, भाजपा और कांग्रेस एकसुर में सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने का समर्थन कर रही हैं। समाजसेवियों, राजनीतिज्ञों और बुद्धिजीवियों के अनुसार ठियोग किन्नौर, कुमारसैन, कोटगढ़, रामपुर, चौपाल, रोहड़ू, जिला सिरमौर और कसुम्पटी के ग्रामीण इलाकों का केंद्र है। इन जगहों पर दुर्घटना होने पर घायलों को ठियोग के सिविल अस्पताल लाया जाता है, लेकिन ट्रॉमा सेंटर को कोटखाई खोलने की घोषणा को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है। सिविल अस्पताल ठियोग 50 बिस्तर का है और 100 बिस्तर का नया भवन भी बन गया है, लेकिन दुर्घटना के समय ट्रॉमा सेंटर होने से बेहतर इलाज की सुविधा मिलेगी।

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ठियोग ऊपरी शिमला का केंद्र : सिंघा

ठियोग के विधायक राकेश सिंघा के अनुसार ठियोग ट्रॉमा सेंटर खोले जाने की उपयुक्त जगह है। सिंघा इसे ठियोग-कोटखाई का झगड़ा नहीं मानते बल्कि सही साधनों का सही जगह उपयोग होने को सार्थक बताते हैं। सिंघा के मुताबिक सरकार को यह देखना चाहिए था कि ट्रॉमा सेंटर खुलने से अधिक जनता को कहां फायदा होगा। ठियोग ऊपरी शिमला का केंद्र है। घायल व्यक्ति के पास सबसे कीमती चीज समय होती है, जबकि ठियोग, किन्नौर और चौपाल की तरफ से आने वाले घायलों के लिए कोटखाई जाना समय की बर्बादी है, जबकि आगे के इलाज के लिए घायल को दोगुना सफर करना पड़ेगा। सिंघा के अनुसार सरकार को राजनीति से ऊपर उठकर इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।

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उपयुक्त जगह के लिए सर्वे करे सरकार : वर्मा

ठियोग के तीन बार विधायक रह चुके राकेश वर्मा ठियोग में ट्रॉमा सेंटर को मंजूरी न मिलने को राजनीति से प्रेरित निर्णय बताते हैं। वर्मा के अनुसार ठियोग को ऊपरी शिमला का प्रवेश द्वार माना जाता है और ट्रॉमा सेंटर खोले जाने के लिए ठियोग ही सही जगह है। वर्मा के अनुसार सरकार को फैसला लेने से पहले यह सर्वे करवाना चाहिए था कि ऊपरी शिमला के किसी भी हिस्से में दुर्घटना के समय ठियोग और कोटखाई दोनों में घायल को किस जगह और कम समय में इलाज मुहैया करवाया जा सकता है। वर्मा के अनुसार सरकार को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और न्यायसंगत जगह पर ही ट्रॉमा सेंटर खोला जाना चाहिए।

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स्वास्थ्य सेवा पर न हो राजनीति : राठौर

कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके दीपक राठौर कोटखाई में ट्रॉमा सेंटर खुलने का सैद्धांतिक विरोध नहीं करते, जबकि ट्रॉमा सेंटर पर हो रही राजनीति से आहत जरूर हैं। दीपक के अनुसार ठियोग में ट्रॉमा सेंटर खोले जाने के लिए उपयुक्त जगह है और स्वास्थ्य सेवाओं पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।


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