पहाड़ों की रानी अंग्रेजों की अब भी पहली पसंद
पहाड़ों की रानी शिमला 154 साल बाद भी अंग्रेजों की पहली पंसद है।
रविंद्र शर्मा, शिमला
पहाड़ों की रानी शिमला 154 साल बाद भी अंग्रेजों की पहली पंसद है। वर्ष 1864 में अंग्रेज शिमला की ठंडी जलवायु, सुरम्य प्राकृतिक दृश्यों, बर्फ से ढकी पहाड़ियों, चीड़ और देवदार के जंगलों और औपनिवेशिक वास्तु के आकर्षक शहरी भूदृश्य के आकर्षण से यहां खिंचे चले आए थे। आज भी हिमाचल में घूमने के लिए आने वाले अंग्रेज शिमला की ओर चले आते हैं। प्रदेश में हर साल साढ़े चार लाख से अधिक विदेशी पर्यटक घूमने आ रहे हैं। इनमें से सबसे अधिक विदेशी पर्यटक शिमला का रुख कर रह हैं। इसके बाद विदेशी पर्यटकों की पसंद कांगड़ा और कुल्लू जिला है। पर्यटन विभाग ने 2015 से लेकर 2017 तक प्रदेश में घूमने आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 1329870 दर्ज की है। इसमें से 481799 विदेशी पर्यटक केवल शिमला घूमने आए थे। शिमला में ब्रिटिश के पर्यटक अधिक
शिमला अंग्रेजों की ग्रीष्मकालीन राजधानी रही है। इस दौरान अंग्रेजों ने शिमला में गेयटी थियेटर सहित मालरोड, सुरंगों, कालका से शिमला तक रेललाइन सहित भवनों का निर्माण किया था। आज उनकी नई और पुरानी पीढ़ी इन्हें देखने के लिए यहां का रुख कर रही है। कुछ विदेशी पर्यटक कालका-शिमला रेललाइन पर भाप इंजन से कुछ दूरी तक का सफर कर 150 साल पुराने समय को महसूस करते हैं। हर साल बढ़ रही संख्या
प्रदेश में घूमने आने वाले विदेशी पर्यटकों का आंकड़ा हर साल बढ़ता जा रहा है। 2014 में 389699 विदेशी पर्यटकों ने हिमाचल में दस्तक दी। वहीं 2015 में 406108, 2016 में 452770 और 2017 में 470992 विदेशी पर्यटक प्रदेश में घूमे। पर्यटन विभाग को उम्मीद है कि इस वर्ष का यह आंकड़ा पिछले वर्ष से बढ़ेगा।
जिला, वर्ष 2015,2016,2017
बिलासपुर,350,440,446
चंबा,1197,823,828
हमीरपुर,4,12,2
कांगड़ा,112843,123895,138341
किन्नौर,2695,2863,2609
कुल्लू,109468,122064,133057
लाहौल स्पीति,4612,15278,14257
मंडी,10478,11181,10072
शिमला,154155,165476,162168
सिरमौर,3377,3558,2522
सोलन,6692,6973,6454
ऊना,237,207,218