होटलों में बंद पर्यटकों को बच्चे कर रहे तंग
सराहन के एक होटल में पर्यटकों के बच्चों ने परिजनों को परेशान करके रख दिया है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : सराहन के एक होटल में पर्यटकों के बच्चों ने स्वजनों को परेशान कर दिया है। पश्चिम बंगाल से आए पांच परिवारों को प्रशासन ने पूरी हिफाजत से रखा है, लेकिन घर से बाहर बच्चे बंधन महसूस कर रहे हैं। जिला शिमला के तहत सराहन के अतिरिक्त मंडी जिले के रिवालसर और कुल्लू जिले के कुल्लू व मनाली में 34 विदेशी और 90 देशी पर्यटक फंसे हुए हैं।
रिवालसर में 30 पर्यटक जर्मनी, इंग्लैंड, स्पेन, मैक्सिको, हंगरी से हैं। सभी पर्यटक रिवालसर के अलग-अलग होटलों में ठहरे हुए हैं। कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई स्थिति के चलते इन पर्यटकों को वापस भेजने की व्यवस्था नहीं हो सकती है। ऐसे में 14 अप्रैल तक देशी व विदेशी पर्यटकों को यहीं पर रहना होगा। प्रदेश के तीन जिलों में प्रशासन की ओर से पर्यटकों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। कोरोना वायरस के संभावित खतरे से बचने के लिए जरूरी है कि एक-दूसरे से उचित दूरी रखी जाए।
शिमला जिला प्रशासन को सराहन में रखे पश्चिम बंगाल के पर्यटकों के बच्चों के संबंध में परेशान करने की जानकारी मिली थी। धर्मशाला में कोई विदेशी पर्यटक नहीं है। लॉकडाउन होने से पहले सभी विदेशी पर्यटकों को यहां से बाहर निकाल दिया था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के निर्देश पर सभी पर्यटकों को सुविधा का ध्यान रखा गया है। मंडी शहर में एक युवक सैटेलाइट फोन लगाने के लिए आया था। काम पूरा करने के बाद समूचे देश में लॉकडाउन हो गया। उसके बाद से इस युवक को मंडी शहर के एक होटल में रखा हुआ है।