हजारों अनुबंध व दैनिक वेतनभोगी कर्मी नियमित
प्रदेश सरकार ने तीन साल का सेवाकाल पूरा करने वाले अनुबंध कर्मियों को नियमित कर दिया है। इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है।
शिमला राज्य ब्यूरो। प्रदेश सरकार ने तीन साल का सेवाकाल पूरा करने वाले अनुबंध कर्मियों और पांच साल का सेवाकाल पूर्ण करने वाले दिहाड़ीदारों को नियमित कर दिया है। इससे साढ़े आठ हजार कर्मचारी लाभान्वित होंगे। इस संबंध में कार्मिक विभाग ने दो अलग-अलग अधिसूचनाएं जारी की हैं। इसके साथ ही आठ मई को सरकार का कैबिनेट फैसला लागू हो गया है।
अब सरकार दिहाड़ीदारों के नए पद सृजित नहीं करेगी। इनके मूल पदों को भी समाप्त कर दिया गया है। इसके मुताबिक 30 सितंबर को नियमित होने वाले कर्मचारियों को भी कंसीडर किया गया है। इनके लिए कैबिनेट ने पहले ही स्वीकृति दे दी है। यह मामला दोबारा इस बैठक में नहीं आएगा। कार्मिक विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि दिहाड़ीदारों को उनके नियमितीकरण आदेशों के बाद से नियमित माना जाएगा। इनके पुराने पदों को समाप्त कर दिया है।
नए पदों का सृजन नहीं होगा। प्रदेश सरकार नियमित होने वाले कर्मचारियों का प्रदेश में कहीं भी तबादला कर सकती है। जिन अनुबंध कर्मियों को लगातार तीन साल का सेवाकाल 31 मार्च को पूरा हो गया है, वे अब नियमित कर दिए हैं। हालांकि इसके लिए संबंधित विभागों को स्क्रीनिंग कमेटी गठित करनी होगी। इसके बाद ही इनके नियमित होने के औपचारिक आदेश जारी होंगे। इससे साढ़े चार हजार कर्मचारियों को लाभ होगा। दिहाड़ीदार से नियमित होने वालों में चार हजार कर्मी लाभान्वित होंगे।
नियमित नहीं हुए अनुबंध पर तैनात पीटीए शिक्षक प्रदेश सरकार ने अनुबंध पर तैनात पीटीए शिक्षकों को नियमित नहीं किया है। हालांकि इन शिक्षकों को भी अनुबंध पर आए जनवरी में तीन साल पूरे हो गए थे। करीब साढ़े पांच हजार शिक्षकों को इसका लाभ नहीं हुआ है। सरकार सभी सात हजार शिक्षकों के लिए अलग से नियमितीकरण नीति बना रही है।