International Shivaratri Festival 2020: सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का आगाज, शिव के रंग में रंगेगी छोटी काशी
हिमाचल के मंडी में सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का आगाज शनिवार से होगा माधोराय मंदिर में पूजा के बाद शाही जलेब भी निकाली जाएगी।
मंडी, जेएनएन। छोटी काशी के नाम से विख्यात मंडी शहर में सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव (International Shivaratri Festival) शनिवार को शुरू होगा, जिसमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी शामिल होंगे। वह माधोराय मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद शाही जलेब में शामिल होंगे। जलेब दोपहर बाद दो बजे निकलेगी। जलेब के पड्डल मैदान पहुंचने के साथ मेला शुरू होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री प्रदर्शनियों व सरस मेले का उद्घाटन करेंगे।
राज देवता माधोराय की पहली जलेब को आकर्षक बनाने के लिए सांस्कृतिक दल इसमें शामिल किए गए हैं। जलेब में शिव-पार्वती के विवाह और पौराणिक पात्रों की झांकियां भी आकर्षण का केंद्र होंगी। इस दौरान देश के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिलेगी। शिवरात्रि महोत्सव की दूसरी यानी मध्य जलेब 25 फरवरी को निकलेगी। तीसरी व अंतिम जलेब के साथ मेले का समापन होगा। समापन पर 28 फरवरी को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय मुख्य अतिथि होंगे और देवताओं की शोभायात्रा में शामिल होंगे।
महोत्सव की पहली सांस्कृतिक संध्या में सूफी गायक कंवर ग्रेवाल मुख्य आकर्षण होंगे। लोक गायक नरेंद्र ठाकुर व गीता भारद्वाज भी प्रस्तुति देंगी। 23 फरवरी को दूसरी संध्या में नाटी किंग ठाकुर दास राठी प्रस्तुति देंगे। 24 फरवरी को तीसरी संध्या में विक्की चौहान धमाल मचाएंगे। 25 फरवरी को चौथी सांस्कृतिक संध्या में थिरकन नृत्य का मंचन होगा। 26 फरवरी को पांचवी संध्या पंजाबी गायक कर्ण औजला व 27 फरवरी को अंतिम संध्या का कुलदीप शर्मा अंतिम संध्या आकर्षण होंगे।
216 देवी-देवताओं को निमंत्रण
शिवरात्रि महोत्सव में भाग लेने के लिए 125 देवी-देवता पहुंच चुके हैं। आयोजकों ने 216 देवी-देवताओं को निमंत्रण दिया है। शनिवार सुबह तक अन्य देवी देवताओं के पहुंचने की उम्मीद है। शुक्रवार को देवी-देवताओं ने माधोराय मंदिर में उपस्थिति दर्ज करवाई। उनके आगमन से शिव नगरी मंडी ढोल और वाद्ययंत्रों की धुनों से गूंज उठी है।
शिवरात्रि महोत्सव में होंगे तीन अस्थायी बस ठहराव
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान मंडी शहर, मनाली चंडीगढ़ व पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक प्लान जारी कर दिया है। मेले के दौरान तीन अस्थायी बस ठहराव बनाए गए हैं। कई मार्गों पर एकतरफा यातायात व्यवस्था रहेगी। मेला शुरू होने, मध्य जलेब व समापन पर बाड़ी गुमाणू, बीर व कोटली की तरफ जाने वाली बसें निर्धारित रूट से पूर्व की भांति नए सुकेती पुल से होकर चलेंगी। इनका ठहराव महामृत्युंजय मंदिर व सकोडी पुल पर कुछ क्षण के लिए सवारियां चढ़ाने व उतारने के लिए ही रहेगा।
मंडी अस्पताल की ओर से आने वाली बसों की सवारियां सेरी मंच पर स्थित बस ठहराव पर उतरेंगी। 22, 25 व 28 को 12.00 बजे के उपरांत शाम पांच बजे जलेब खत्म होने तक बस, ट्रैक्टर माजदा व बड़े ट्रकों का बाजार में प्रवेश वर्जित रहेगा। इस दौरान वाहन वाया तल्याहड़, कैहनवाल चौक होते हुए पुलघराट की ओर से जा सकेंगे। जलेब के दौरान टैक्सी व बस स्टैंड के पास व सड़क पर कोई भी गाड़ी पार्क नहीं होगी। न ही पुलिस लाइन के बाहर थ्री व्हीलर पार्क होंगे। विश्वकर्मा मंदिर के बाहर सड़क पर वाहन पार्क करने पर पाबंदी रहेगी।
सरकाघाट, रिवालसर से मंडी वाया जेलरोड़ से होकर मंडी शहर में आने वाली बसें व अन्य वाहन तल्याहड़ बाइपास से होकर कैहनवाल चौक पुलघराट होते हुए मंडी की ओर आएंगे। रामनगर प्रताप होटल से कैहनवाल चौक तक दोपहिया वाहनों के अलावा एकतरफा वाहन व्यवस्था पुलघराट से वाया रामनगर प्रताप होटल की तरफ होगी। विश्वकर्मा मंदिर के पास से रामनगर की तरफ चौपहिया वाहनों का प्रवेश वर्जित होगा। पुराने सुकेती पुल से पुराने बस अड्डे की तरफ एक तरफा यातायात व्यवस्था रहेगी।विक्टोरिया पुल के लिए मंडी शहर से एकतरफा वाहनों का आवागमन होगा, जो गांधी चौक वाया चौहटा समखेतर होते हुए विक्टोरिया पुल से बाहर को होगा। मालवाहकों में सामान लादने व उतारने के लिए रात 11.00 बजे से सात बजे प्रात: तक का समय निर्धारित किया गया है। ऑटो व टैक्सी बाइपास के पास आवंटित पार्किंग स्थल में खड़े होंगे।