नेता जनता से होता है, जनता नेता से नहीं
नेता वही बड़ा होता है जिसका जनता से ज्यादा संपर्क होता है।
नेता वही बड़ा होता है, जिसका जनता से ज्यादा संपर्क होता है। आज भी लोगों से मिलने के लिए खुला दरबार लगाता हूं। इसमें जनता की समस्याएं सुनने के साथ ही उनका हल तो करता ही हूं, लोगों से बातचीत के दौरान काफी कुछ सीखने को भी मिलता है। नेता जनता से होता है, जनता नेता से नहीं। इसी मूलमंत्र को अपनाते हुए आज तक काम किया है। हिमाचल संगठन की दृष्टि से काफी मजबूत राज्य है। बूथ स्तर से लेकर पन्ना प्रमुख का नेटवर्क काफी मजबूत बनाया गया है। यह कहना है हिमाचल प्रदेश भाजपा के नए प्रभारी अविनाश राय खन्ना का। शिमला से दैनिक जागरण के लिए रोहित नागपाल ने अविनाश राय खन्ना से संगठन से लेकर मिशन रिपीट की योजना पर उनसे बातचीत की। पेश हैं प्रमुख अंश : -2022 के लिए आपने क्या लक्ष्य तय किया है?
2022 में हिमाचल में भाजपा जीत हासिल कर कई मिथक तोड़ेगी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी 68 विधानसभा सीटों पर लीड हासिल की है। इसके मुताबिक पार्टी ने हर क्षेत्र में जीत हासिल की है। इसी को लक्ष्य बनाते हुए 2022 में भी काम करेंगे। -अगले दो साल के लिए हिमाचल के लिए क्या प्लान है?
हिमाचल में भाजपा काफी मजबूत स्थिति में है। प्रदेश सरकार का जनमंच कार्यक्रम बेहतर चल रहा है। इसके अलावा जनता के साथ संवाद करने के लिए खुला दरबार शुरू करने पर भी नेताओं के साथ बात की जाएगी। नेता जनता के संपर्क से बड़ा होता है। -भाजपा की अंदरुनी राजनीति कितनी बड़ी चुनौती है?
हिमाचल भाजपा में किसी तरह की कोई अंदरुनी राजनीति नहीं है। एक परिवार में कुछ मनमुटाव होते हैं, उसे अंदरुनी राजनीति या गुटबाजी नहीं कहा जाता है। भाजपा सिद्धांतों वाली पार्टी है। यहां संगठन का छोटा कार्यकत्र्ता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद तक पहुंच सकता है। विपक्ष मूल रूप से मुद्दा विहीन हो चुका है, इसलिए भाजपा पर आरोप लगाना ही काम रह गया है। -हिमाचल का पहला दौरा कब करेंगे?
दिसंबर के शुरू में हिमाचल का पहला विधिवत दौरा करेंगे। हिमाचल की राजनीति और नेताओं को निजी तौर पर जानता हूं। सभी बेहतर इंसान और अच्छे नेता हैं। हालांकि हिमाचल से राष्ट्रीय अध्यक्ष होने पर जिम्मेदारी ज्यादा रहेगी।
-सरकार के तीन साल के कार्यक्रम में कौन से बड़े नेता आएंगे?
प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष का हिमाचल से विशेष स्नेह है। राज्य के कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री से लेकर देश के अन्य बड़े नेता आते रहे हैं। इस बार भी तीन साल के कार्यक्रम में बड़े नेता को लाने के लिए सरकार व पार्टी से वार्ता की जाएगी। -हिमाचल प्रभारी के नाते सबसे बड़ी चुनौती?
हिमाचल में कार्यकत्र्ता से लेकर नेता सभी उत्साह से भरे हैं। प्रदेश में पार्टी का नेटवर्क राज्य, जिला से लेकर ब्लॉक ही नहीं बल्कि बूथ स्तर तक है, इसलिए यहां कोई चुनौती नहीं है। ये खुद में ही किसी प्रभारी के लिए संपत्ति है। नेटवर्क बनाना चुनौती होती है, यहां पर सब कुछ बना है।