चुनाव से पहले फिर याद आई मोनो रेल
जागरण संवाददाता शिमला नगर निगम शिमला ने एक बार फिर शिमला शहर के लोगों को मोनो रेल
जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला ने एक बार फिर शिमला शहर के लोगों को मोनो रेल का सपना दिखाया है। महापौर सत्या कौंडल ने अपने बजट भाषण में शहर में मोनो रेल चलाने की घोषणा की है। वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट पेश करते हुए महापौर ने कहा कि नगर निगम की आय बढ़ाने और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए शहर में मोनो रेल चलाने की व्यवस्था स्मार्ट सिटी के तहत की जाएगी। इससे पर्यटकों के साथ शहर की जनता भी लाभान्वित होगी।
शहर में मोनो रेल चलाने की घोषणा पूर्व कांग्रेस सरकार के समय में हुई थी। उस समय शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा थे। उन्होंने इसके लिए बाकायदा सर्वे भी करवाया था। इसके बाद मौजूदा जयराम सरकार ने भी मोनो रेल प्रोजेक्ट को लेकर स्विट्जरलैंड की कंपनी इंटेमिन ट्रांसपोर्टेशनके साथ बैठक की थी। कंपनी ने बाकायदा अपनी प्रस्तुति भी दी थी। इसके अनुसार आइएसबीटी टुटीकंडी से पंथाघाटी तक इसे चलाने की योजना थी। इसके लिए 14 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक पर यात्रियों के लिए 12 स्टॉपेज बनाने को लेकर बाकायदा सर्वे भी हुआ है। इस ट्रैक की दूरी 20 मिनट में तय होगी ऐसा कंपनी का दावा है। एक घंटे में करीब 1000 यात्रियों को ले जाने की सुविधा मिलेगी।
इस परियोजना के लिए कम भूमि की जरूरत होगी और एक भी पेड़ नहीं कटेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए आइएसबीटी टुटीकंडी से बाईपास क्रॉसिग, नगर निगम पार्किग, 103 टनल, विधानसभा, विक्ट्री टनल, डीडीयू अस्पताल, लिफ्ट पार्किग, हिमलैंड, टॉलैंड, एसबीआइ एटीएम खलीनी, बीसीएस और कसुम्पटी में स्टॉपेज बनाने की बात कही गई थी। निगम ने पहली बार की घोषणा
यह प्रोजेक्ट भले ही पूर्व कांग्रेस सरकार के समय से चल रहा है, लेकिन नगर निगम ने अपने बजट में पहली बार इसकी घोषणा की है। शिमला शहर में बसें खचाखच भरी रहती हैं। मोनो रेल को यदि शुरू किया जाता है तो इससे शहर में जाम की समस्या का निपटारा होगा। सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र रहेगा।