World Brain Tumour Day: उम्र 50 साल से पार तो ब्रेन ट्यूमर का खतरा बरकरार
World Brain Tumour Day हिमाचल में ब्रेन ट्यूमर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ये बीमारी अधिकतर 50 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को हो रही है।
शिमला, रविंद्र शर्मा। World Brain Tumour Day ट्यूमर को आमतौर पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जोड़कर देखा जाता है। हालांकि हर ट्यूमर कैंसर के लिए जिम्मेदार नहीं होता, फिर भी यह घातक होता है। ब्रेन ट्यूमर बहुत खतरनाक बीमारी है। यह सिर्फ मस्तिष्क को ही प्रभावित नहीं करती, बल्कि इसका असर पूरे शरीर पर होता है, क्योंकि मस्तिष्क ही पूरे शरीर को संचालित करती है। प्रदेश में भी ब्रेन ट्यूमर के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आइजीएसमी में ही एक साल के दौरान ब्रेन ट्यूमर के सौ से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
आइजीएमसी के विशेषज्ञों के मुताबिक अस्पताल में ब्रेन ट्यूमर के अधिकतर मामले 50 और अधिक आयु के लोगों में सामने आ रहे हैं। यह सभी कैंसर ट्यूमर से ग्रस्त होते हैं। पहले के मुकाबले में इस बीमारी के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके पीछे बड़ा कारण यह बताया जा रहा है कि जिला अस्पतालों में भी सीटी स्कैन की सुविधा मुहैया करवाई गई है और लोग भी इस बीमारी के बारे में जागरूक हुए हैं। लोग भी अब इस प्रकार की बीमारी से बचने के लिए पहले से सतर्क हो रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने ब्रेन ट्यूमर को चार ग्रेड में बांटा है। ग्रेड वन में दस साल के कम उम्र के बच्चों में भी यह ट्यूमर पाया गया है।
जीवनशैली व खान-पान में सुधार कर रह सकते हैं स्वस्थ गलत जीवनशैली, खाने-पीने की चीजों में मिला केमिकल और प्रदूषण, अनुवांशिक कारण या फिर किसी बीमारी के इलाज में इस्तेमाल रेडिएशन से भी ब्रेन ट्यूमर हो सकता है। हम अपनी दिनचर्या सुधार कर और सही खान-पान से इस प्रकार की बीमारी से दूर रह सकते हैं।
बिनाइन ट्यूमर व्यक्ति के दिमाग पर दबाव डालता है। अगर समय रहते मरीज को उपचार मिले तो ऐसे ट्यूमर से बचा जा सकता है। दूसरी ओर मेलगनेंट ट्यूमर (कैंसर) लोगों के लिए बेहद खतरनाक है।
-डॉ. आरसी ठाकुर, विभागाध्यक्ष, न्यूरो सर्जरी, आइजीएमसी।
बीमारी के लक्षण
- सुबह उठने पर अक्सर उल्टी होना, खासतौर पर एक जगह से दूसरी जगह जाने पर।
- सिर में दर्द बना रहना ब्रेन ट्यूमर का सबसे बड़ा संकेत है। इसके मरीजों को अक्सर सुबह सिर में तेज दर्द की शिकायत होती है।
- यदि सैरिब्रल में ट्यूमर है तो आपको आदमी को बॉडी का बैलेंस बनाए रखने में मुश्किल आती है।
- ब्रेन ट्यूमर होने पर पीड़ित को मिर्गी की तरह दौरे पड़ते हैं और वह बार-बार बेहोश हो जाता है।
- यदि बोलने की क्षमता प्रभावित होने लगे, याददाशत कम होने लगे या आंखों की रोशनी कम होने लगे तो इसकी वजह ब्रेन ट्यूमर हो सकता है।
- चेहरे के कुछ हिस्से में कमजोरी महसूस होना और अचानक वजन बढ़ना भी ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है।
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