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ईडी ने खंगाला संपत्तियों का रिकॉर्ड

प्रवर्तन निदेशालय (इडी) इंडियन टेक्नोमेक कंपनी की संपत्तियों का रिकॉर्ड खंगाल रही है। सूत्रों के अनुसार कंपनी की इंडोनेशिया से लेकर दुबई तक की संपत्तयां जांच की जद में हैं। हिमाचल से डकारा पैसा कहां- कहां निवेश किया किन- किन देशों में लगाया इसकी जांच और तेज हो गई है। इडी देश में करीब 44 संपत्तियों का पता पहले ही लगा चुकी है। जांच रिपोर्ट में बेनामी संपत्तियों का जिक्र किया गया है। बैंकों से लिए गए 1600 करोड़ के मूल कर्जें को कहां पर निवेश किया इसमें प्रारम्भिक जांच पूरी हो गई है। केंद्रीय जांच

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Feb 2020 08:06 PM (IST)Updated: Sat, 08 Feb 2020 06:16 AM (IST)
ईडी ने खंगाला संपत्तियों का रिकॉर्ड
ईडी ने खंगाला संपत्तियों का रिकॉर्ड

राज्य ब्यूरो, शिमला : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब इंडियन टेक्नोमेक कंपनी की संपत्तियों का रिकॉर्ड खंगाल रही है। सूत्रों के अनुसार कंपनी की इंडोनेशिया से लेकर दुबई तक की संपत्तियां जांच की जद में हैं। हिमाचल से डकारा पैसा कहां निवेश किया और किन देशों में लगाया, इसकी जांच और तेज हो गई है। ईडी देश में करीब 44 संपत्तियों का पता पहले लगा चुकी है। जांच रिपोर्ट में बेनामी संपत्तियों का जिक्र किया है। बैंकों से लिए 1600 करोड़ रुपये के मूल कर्जे को कहां निवेश किया, इसमें प्रारंभिक जांच पूरी हो गई है। केंद्रीय जांच एजेंसी कई संपत्तियों को अटैच भी कर चुकी है।

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वहीं स्टेट सीआइडी ने छह हजार करोड़ से अधिक के कर-कर्ज घोटाले में प्रत्यर्पण फाइल का अरबी में अनुवाद करवाना शुरू कर दिया है। यह कार्य नोएडा की कंपनी को सौंपा गया है। इस फाइल को गृह मंत्रालय के माध्यम से विदेश मंत्रालय को सौंपा जाएगा। मंत्रालय इसे इंटरपोल को भेजेगा। इंटरपोल इसे दुबई पुलिस के हवाले करेगी। इस प्रक्रिया में अभी कुछ वक्त और लगेगा। सीआइडी को उम्मीद है कि इस माह के अंत तक घोटाले के मुख्य आरोपित दिल्ली निवासी आरके शर्मा को वापस भारत लाने में बड़ी कामयाबी मिल सकती है।

दुबई में गिरफ्तार हुआ है मुख्य आरोपित

23 दिसंबर को आरोपित आरके शर्मा को दुबई में इंटरपोल ने गिरफ्तार किया था। दुबई के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि है। इस कारण जांच एजेंसी को उम्मीद है कि अब आरोपित कानून के शिकंजे से बच नहीं पाएगा। हालांकि उसे केंद्रीय जांच एजेंसी के माध्यम से दुबई की कोर्ट में साबित करना होगा कि भगौड़े ने बड़ा अपराध किया है। सिरमौर की नाहन की कोर्ट से उसे उद्घघोषित भगौड़ा यानी पीओ घोषित किया जा चुका है। उसे रेड कार्नर नोटिस भी जारी हुआ। इसके बाद इंटरपोल ने उसे गिरफ्तार कर लिया। अभी वह न्यायिक हिरासत में हैं। सीआइडी सूत्रों के अनुसार आरके शर्मा ने विदेशों में भी कई जगहों पर संपत्ति बनाई है। उसकी इंडोनेशिया में कीमती खनिज पदार्थो की खदानों का भी पता चला है। हिमाचल से डकारा पैसा उसने विदेश में निवेश किया।


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