तारा देवी मंदिर के गर्भगृह में मूर्तियां प्रतिष्ठापित
जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारादेवी मंदिर में शुक्रवार को शतचंडी मह
जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला के प्रसिद्ध शक्तिपीठ तारादेवी मंदिर में शुक्रवार को शतचंडी महायज्ञ के साथ नवनिर्मित गर्भ गृह में मां तारादेवी की मूर्ति प्रतिष्ठापित की गई। 90 विद्वानों द्वारा मंत्रोच्चारण व पारंपरिक ढोल नगाड़ों की धुनों पर मूर्ति प्रतिष्ठापित की गई। मां सरस्वती, काली व तारा देवी की मूर्ति प्रतिष्ठापित की गई है। गर्भ गृह के बाहर भैरव की मूर्ति प्रतिष्ठापित की गई है। 13 जुलाई को कलश स्थापना के साथ महायज्ञ शुरू हुआ था। शुक्रवार को कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं का माथा टेकने के लिए सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया था। लंबी कतारों में दर्शन के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा।
13 से 20 जुलाई तक मंदिर में मदन मोहन शास्त्री द्वारा देवी भागवत का मूल पाठ आयोजित किया गया। जिसे सुनने के लिए प्रतिदिन श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे थे। शुक्रवार को पूर्णाहुति में भाग लिया और मां भगवति से सुख समृद्धि की कामना की। वहीं विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।
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क्योंथल रियासत के वंशज ने सात दिन की पूजा-अर्चना
मंदिर की प्रतिष्ठा समारोह में क्योंथल रियासत के वंशज देवा श्याम पिछले सात दिनों से पूजा-अर्चना कर रहे थे। क्योंथल रियासत के राजा ने ही इस मंदिर की स्थापना की थी क्योंथल रियासत के राजा की कुलदेवी है।