महंगाई ने फीकी की मिठाइयों की मिठास
दीपावली पर्व को हर तबके के लोग मिठाइयों के स्वाद से मनाते हैं।
जागरण संवाददाता, शिमला : दीपावली पर्व को हर तबके के लोग मिठाइयों के स्वाद से मनाते हैं, लेकिन महंगाई इतनी हो चुकी है कि पड़ोसियों का मुंह मीठा करने के लिए जेब खाली करनी पड़ सकती है। इस बार दिवाली की मिठास पर संभवत: महंगाई का ग्रहण लगने वाला है। मिठाइयों के दाम में हर वर्ष वृद्धि हो रही है, जिस कारण एक आम परिवार अच्छी मिठाई खरीदने से पहले सौ बार सोचता रहेगा। काजू बर्फी इस बार 870 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। यही मिठाई पिछले साल 625 रुपये किलो थी। साल में एक बार अच्छी मिठाई की आस मध्यम वर्गीय परिवार भी रखता है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार मिठाइयों के दाम में 20 से 30 फीसद तक वृद्धि हो चुकी है। महंगाई के इस दौर में दिवाली का पर्व आम आदमी के लिए संकट से कम नहीं है। गुलाब जामुन व कलाकंद के दाम ने इस बार आसमान छू लिया है। पिछली बार कलाकंद 300 और इस बार 460 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। इन मिठाइयों के ही दाम नहीं बढ़े हैं, बल्कि सभी मिठाइयों की मिठास महंगी हो गई है।
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शिमला में मिठाइयों के दाम (रुपये प्रतिकिलो)
मिठाई,रेट पूर्व में,वर्तमान में
काजू बर्फी,625,870
कलाकंद,300,460
पिश्ता,300,420
गुलाब जामुन,270,300
प्लेन बर्फी,270,400
कोकोनट बर्फी,150,420
लड्डू,160,220
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प्लेन बर्फी की मांग सबसे अधिक
फेस्टिवल सीजन के दौरान राजधानी शिमला में प्लेन बर्फी की मांग सबसे अधिक हो रही है। शिमला की मशहूर दुकानों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक काजू बर्फी संपन्न लोगों की पसंद बन गई है, जबकि प्लेन बर्फी सबसे अधिक बिक रही है। बताया कि पिश्ता की मांग भी काफी है। खासकर दिवाली नजदीक आते ही मिठाइयों की दुकानों में अभी से ही लोगों की भीड़ देखी जा सकती है।