हिमाचल में हड़ताल का आंशिक असर
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों वं राष्ट्रीय फेडरेशन के आह्वान पर आज भारत बंद का आंशिक असर ही हिमाचल प्रदेश में देखने को मिल रहा है। यहां बस, रेल व हवाई सेवाओं पर इसका कोई असर नहीं है।
शिमला [जेएनएन] : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों वं राष्ट्रीय फेडरेशन के आह्वान पर आज भारत बंद का आंशिक असर ही हिमाचल प्रदेश में देखने को मिल रहा है। हालांकि इस हड़ताल में 10 ट्रेड यूनियनों सहित कुछ मजदूर संगठन उतरे है। ऐसे में आम जनजीवन पर इसका अधिक असर नहीं पड़ा है। लेकिन हिमाचल में भी बैंक व केेंद्र सरकार के अधीन आने वाले कई कार्यालयों के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है। हिमाचल में इस हड़ताल से रेल, बस व हवाई सेवाओं पर कोई असर नहीं है। वहीं अधिकांश बाजार खुले होने से रोजमर्रा की वस्तुएं भी आराम से मिल रही है। उना जिला में कामगार हड़ताल पर उतर आए है। यहां उन्होंने उना-तलवाडा सड़क पर जाम लगा दिया है।
पढ़ें: ट्रेड यूनियनों की 'महा-हड़ताल' आज, करोड़ों कर्मचारियों के शामिल होने का दावा
प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, नालागढ़ में ट्रेड यूनियन की हड़ताल का खासा असर देखने को मिल रहा है। उद्योगों और बैंकों के बंद होने से करोड़ों का नुक्सान और करोड़ों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। बीबीएन में स्कूल, 70 फीसदी उद्योग, सभी बैंक और सरकारी कार्यालय भी बंद पड़े हैं। उद्योगों में काम पर आए कामगारों को वापस घर जाना पड़ा। वहीँ बैंकों में अंदर से ताले लगाए गए हैं और लोग बैंकों के बाहर परेशान खड़े हैं।शिमला में सीटू व एसएफआई का प्रदर्शन जारी है। मंडी में बीमा कर्मी व एमआर सुबह से ही अपना रोष प्रदर्शन कर रहे है। पढ़ें: श्रमिक संगठनों की हड़ताल का दिल्ली-एनसीआर में दिखा आंशिक असर
हिमाचल में आज सभी केंद्रीय कर्मचारी भी एक बजे कार्यालयों के बाहर धरना देंगे। देगे। कर्मचारी न्यूनतम वेतन मे बढ़ोतरी, नई पेशन स्कीम को वापस लेने, दिहाड़ीदार और अनुबंध पर कार्य करने वाले कर्मचारियों को नियमित करने की मांग कर रहे है। बंद का सीटू के अलावा मजदूर संगठन एटक, इंटक, एचएमएस और किसान सभा ने भी समर्थन किया है। शिमला में केंद्रीय कर्मचारी कुछ देर बाद महालेखाकार चौक पर इकट्ठे होगे और प्रदर्शन करेंगे। सीटू के राज्य सचिव विजेद्र मेहरा ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों से आम आदमी परेशान है। प्रदेश में निजी होटल और जल विद्युत परियोजनाओं, बैंकों और सरकारी बीमा कंपनियों के साथ-साथ राज्य के स्वामित्व वाली भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के कर्मचारी भी इस हड़ताल में शामिल हुए है। जबकि एचआरटीसी व निजी बस आपरेटरों के हड़ताल पर न जाने से सामान्य आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा है। कुछ स्थानों पर स्टेट बिजली बोर्ड के कर्मचारी भी हड़ताल में शामिल हुए है।
पढ़ें: ट्रेड यूनियनों का आज ‘भारत बंद’, जानें हड़ताल की 10 मुख्य बातें
हड़ताल में शामिल नहीं हुआ प्रदेश व्यापार मंडल
प्रदेश व्यापार मंडल आज होने वाली देशव्यापी हड़ताल में शामिल नहीं हुआ। इससे यहां अधिकांश शहरों में दुकानें खुली रही। व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष सोमेश कुमार शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ मजदूर संगठन हड़ताल कर रहे है। इस हड़ताल मे व्यापारी शामिल नहीं हुए है।