स्टाफ के इंतजार में स्वास्थ्य उपकेंद्र कूट
उपमंडल रामपुर के 15/20 क्षेत्र की कूट पंचायत के उप स्वास्थ्य केंद्र कूट और सुरू आज भी स्टाफ के इंतजार में है।
अतुल कश्यप, ज्यूरी
उपमंडल रामपुर के 15/20 क्षेत्र की कूट पंचायत के स्वास्थ्य उपकेंद्र कूट व सुरू को स्टाफ का इंतजार है, जबकि दोनों स्वास्थ्य केंद्रों के लिए भवन तो तैयार हैं, लेकिन स्टाफ न होने के कारण इनमें ताला लटका हुआ है। ग्रामीणों को लंबे समय से स्टाफ का न होने के कारण कई प्रकार की समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है। इससे प्रदेश सरकार के ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के दावे भी खोखले साबित हो रहे हैं। दोनों स्वास्थ्य उपकेंद्रों के लिए मेल और फीमेल हेल्थ वर्कर की तैनाती के आदेश भी पूर्व में किए गए थे, लेकिन वह आज दिन यहां पर ज्वाइन नहीं कर पाए हैं। सुरू स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कार्य वर्ष 2012-13 में पूरा कर लिया गया था और कूट स्वास्थ्य केंद्र तो इससे भी पुराना है, इसमें तो एक बार मरम्मत का कार्य भी किया जा चुका है, लेकिन दोनों स्वास्थ्य केंद्र आज भी स्टाफ की राह देख रहे हैं। यदि कूट और सुरू में कोई गंभीर बीमार पड़ जाए तो उसे महात्मा गांधी सेवा चिकित्सा परिसर खनेरी (रामपुर) पहुंचाना पड़ता है जो कि करीब 50 किलोमीटर दूर है। इसी प्रकार यहां से गानवी करीब 20 किलोमीटर और ज्यूरी तीस किलोमीटर के करीब है। कूट और सुरू में स्टाफ न होने के कारण ग्रामीणों पर आर्थिक बोझ भी पड़ रहा है। जबकि प्रदेश सरकार गांव-गांव में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की बात तो करती है, लेकिन कूट और सुरू में स्टाफ की तैनाती प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य विभाग अभी तक नहीं कर पाया है।
कूट पंचायत प्रधान विजय ¨सह ने कहा कि स्टाफ न होने से ग्रामीणों को कई प्रकार की दिक्कतों से दो चार होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस बारे स्वास्थ्य विभाग से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन वे सब बेअसर ही साबित हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए यहां के लिए स्टाफ जल्द भेजा जाए।
बीएमओ रामपुर बुशहर डॉ. आरके नेगी ने माना कि दोनों स्वास्थ्य उपकेंद्रों में लंबे समय से स्टाफ की कमी चल रही है। इसकी सूचना समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग को भेजी जा रही है, साथ ही कहा कि यहां पर बच्चों को टीकाकरण करने के लिए अन्य स्वास्थ्य केंद्रों से कर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है।