बिहार से हिमाचल पर स्पूफिग अटैक
हिमाचल प्रदेश पर अब नया खतरा मंडरा रहा है। यह खतरा स्पूफिग अटैक का है। इसमें आपके मोबाइल पर नंबर आपके जान पहचान के व्यक्ति का दिखेगा लेकिन आवाज ठग की होगी। आप ठग की पहचान नहीं कर पाएंगे। वह आपसे पैसे की मांग करेगा। आप खाते में जमा भी कर देंगे। लेकिन यह पैसा परिचित के नहीं ठग के खाते में जमा होगा। इस तरह की ठगी के तीन मामले सामने आ चुके हैं। साइबर विग की जांच में खुलासा हुआ है कि राज्य में सक्रिय गैंग का ताल्लुक बिहार से है। इसके तार कई पड़ोसी राज्य पंजाब से भी जुड़े हैं। वहां कई वारदातें घटित हो गई है। शातिर ठगों के निशाने पर पेट्रोल पंप के मालिक आ गए हैं। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के एक वरिष्ठ मंडलीय प्रबंधक (एसडीएम) के नाम का भी दुरूपयोग किया है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल प्रदेश पर स्पूफिग अटैक का खतरा मंडरा रहा है। साइबर विग की जांच में खुलासा हुआ है कि हिमाचल में सक्रिय गैंग का ताल्लुक बिहार से है। इसके तार पड़ोसी राज्य पंजाब से भी जुड़े हैं। वहां कई वारदातें हो चुकी हैं। शातिर ठगों के निशाने पर पेट्रोल पंपों के मालिक आ गए हैं। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के एक वरिष्ठ मंडलीय प्रबंधक (एसडीएम) के नाम का भी दुरुपयोग किया गया है।
हिमाचल में स्पूफिग अटैक के तीन मामले सामने आए हैं। इन मामलों की गंभीरता को देखते हुए सीआइडी के साइबर विग ने प्रदेश के सभी पेट्रोल पंप मालिकों को एडवाइजरी जारी कर दी है। उन्हें नकली फोन कॉल से सावधान रहने को कहा गया है। अगर उनके पास कोई फोन कॉल आए तो वे नंबर देखकर भरोसा न करें। आवाज को पहचानने की कोशिश करें क्योंकि ऐसे मामलों में आवाज ठग की होती है। केस स्टडी एक
शिमला के मल्याणा में एक पेट्रोल पंप मालिक के मोबाइल फोन पर मंडलीय प्रबंधक के नाम से फोन आया। मोबाइल में उनका नाम दिख रहा था। मालिक ने मान लिया कि वह उनके बॉस थे जिन्होंने पैसों की मदद मांगी। उन्होंने दो बार बताए गए बैंक खाते में रुपये भी जमा करवा दिए। लेकिन अब जांच में पता चला है कि आरोपित बिहार के औरंगाबाद से फोन कर रहा था। जिस फोन नंबर से दूसरी बार कॉल की थी, वहां का पता फर्जी निकला है। वहां जांच करने पर शिमला टीम को सफलता हाथ नहीं लगी है। अभी असली आरोपित का पता नहीं चल पाया है।
शिमला पुलिस ने पेट्रोल पंप के मालिक से ठगी मामले में एसडीएम को भी आरोपित बनाने की पूरी तैयारी कर रखी थी। लेकिन सीआइडी के दखल से वह आरोपित नहीं बनेंगे। उसके नाम का भी दुरुपयोग हुआ है। हैरानी इस बात की है कि स्पूफ्ड कॉल की कॉल डिटेल रिपोर्ट भी तैयार नहीं होती है। केस दो
ऊना जिले में भी ऐसे ही दो मामलों की जांच चल रही है। इनकी जांच सीआइडी के निर्देश पर हो रही है। क्या है स्पूफिग अटैक
आपके मोबाइल फोन पर नंबर आपके जान पहचान के व्यक्ति का दिखेगा लेकिन आवाज ठग की होगी। आप ठग की पहचान नहीं कर पाएंगे। वह आपसे पैसे की मांग करेगा। आप उसके बताए खाते में पैसे जमा भी करवा देंगे। लेकिन यह पैसा परिचित के नहीं बल्कि ठग के खाते में जमा होगा। इस तरह की ठगी के तीन मामले सामने आ चुके हैं। हिमाचल में सक्रिय गैंग का ताल्लुक बिहार से
यह बात सही है कि ठग अब नए हथकंडे अपना रहे हैं। वे मोबाइल फोन में एक सॉफ्टवेयर के जरिये स्पूफ्ड कॉल कर रहे हैं। तीन मामले सामने आए हैं। इनमें साइबर विग पूरी तकनीकी मदद कर रहा है। हिमाचल में सक्रिय गैंग का ताल्लुक बिहार से है। हमने एडवायजरी जारी कर सावधान रहने को कहा है।
ज्ञानेश्वर सिंह ठाकुर, आइजी, सीआइडी (क्राइम)
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