जूता घोटाले में सोमेश गोयल को क्लीनचिट
बहुचर्चित जूता घोटाले में प्रदेश सरकार ने डीजी (जेल) सोमेश गोयल को क्लीनचिट मिली है।
राज्य ब्यूरो, शिमला : बहुचर्चित जूता घोटाले में प्रदेश सरकार ने डीजी (जेल) सोमेश गोयल को क्लीनचिट दे दी है। सूत्रों के मुताबिक विजिलेंस से क्लीयरेंस मिलने के बाद उनका केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। गोयल इस मामले में संलिप्तता से शुरू से ही इन्कार कर चुके थे।
जूतों की खरीद वर्ष 2010 में हुई थी। उस समय एडीजीपी सोमेश गोयल खरीद कमेटी के प्रमुख थे। जूते की कीमत 795 रुपये थी और कुल 1.27 करोड़ रुपये की खरीद की गई थी। आरोप है कि इसके नमूने अनधिकृत लैब में भेजे गए। वहां से रिपोर्ट कंपनी के पक्ष में आई। जिस फर्माे को आवंटन किया था, उन्होंने टेंडर में ऊंचे दाम भरे थे, जबकि क्वालिटी वैसी नहीं दी। इस पर गोयल पर भी सवाल उठे थे। इस मामले में दो फर्माें के खिलाफ विजिलेंस ने केस दर्ज किया था। इनमें से एक कोलकाता और दूसरी फर्म प्रदेश के ऊना जिले से संबंध रखती है। इनके अधिकारियों से भी पहले ही पूछताछ हो चुकी है।
परवाणू की एक कंपनी ने खरीद में धांधली का मामला उठाया था। कंपनी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए थे। आरोप है कि हिमाचल के पुलिस जवानों को घटिया क्वालिटी के जूते आवंटित किए गए थे। ये एक महीने के भीतर ही फट गए थे। बाद में इनमें छह महीने तक की वारंटी भी नहीं थी। आरोप था कि इनमें चंद पुलिस अफसर कंपनी के साथ मिलीभगत कर मलाई खा गए।