शिमला, मनाली सहित कई जगह हिमपात, 100 बस रूट प्रभावित
भारी बर्फबारी के कारण हिमाचल की ऊंची चोटियां बर्फ से ढक गयी है, जिससे पूरा हिमाचल शीत लहर की चपेट में आ गया है।
शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी के चलते ऊंची चोटियां बर्फ की चादर से ढक गई। शिमला, मनाली, शिकारी देवी और कमरूना में बर्फ गिरी है। चंबा के भरमौर और सिरमौर के हरिपुरधार में सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। इससे समूचा प्रदेश शीत लहर की चपेट में आ गया है। बर्फबारी के कारण 100 के करीब रूट प्रभावित हुए हैं और लोगों को कई किलोमीटर पैदल ही अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। जबकि कुछ क्षेत्रों में लोग रास्तों में ही फंसे हुए हैं। भारी बर्फ की वजह से पहाड़ी इलाकों में जन जीवन मुश्किल हो गया है। भारी बर्फबारी के कारण कुफरी.नारकंडा और हिंदुस्तान तिब्बत मार्ग को बंद कर दिया गया है।
बुधवार सुबह के समय हुईबर्फबारी के कारण शिमला रोहडू़ राज्य मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठपप हो गई है। खड़ापत्थर में भारी हिमपात के चलते रोहडू़ के लिए जाने वाली सभी बसें या तो रास्ते में फंसी रही या फिर बर्फबारी के कारण अपने गंतव्य के लिए गई ही नहीं। रामपुर के लिए यातायात की वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए बसों को वाया बसंतपुर भेजा जा रहा है। लेकिन मशोबरा में भी भारी बर्फबारी के कारण सड़क पर फिसलन बढ़ गई है जिससे जाम लग रहा है। रोहडू़ के चांशल घाटी में इस सीजन की सबसे अधिक बर्फबारी दर्ज की गई है। इस वजह से जिला शिमला के दुर्गम क्षेत्र डोडरा क्वार पूरी तरह से देश दुनिया से कट गया है। किन्नौर जिलों में भी बर्फबारी का क्रम मंगलवार रात से ही रूक-रूक कर जारी है।
प्रशासन के फूलने लगे हाथ-पांव
इसके अलावा राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में यातायात सहित आपात सेवाएं भी बाधित पड़ी हुई है। हालांकि प्रशासन ने मार्गों को खोलने का प्रयास तेज कर दिया है, लेकिन लगातार जारी हिमपात से प्रशासन के हाथ पांव भी फूलने लगे हैं। प्रशासन का दावा है कि सभी सैलानी सुरक्षित हैं और उनके लिए होटलों और गेस्ट हाऊसों में रहने का पूरा इंतजाम है।
कहां कितना हुआ हिमपात
शिमला 6 सेंटीमीटर
कल्पा 10 सेंटीमीटर
रिकांगपिओ 6 सेंटीमीटर
पांगी 2 फुट
मनाली 10 सेंटीमीटर
केलंग 5 सेंटीमीटर