स्मार्ट सिटी शिमला का काम होगा पेपरलैस
शिमला शहर को स्मार्ट बनाने के लिए हर काम को पेपरलैस किया जाएगा।
ताराचंद शर्मा, शिमला
शिमला शहर को स्मार्ट बनाने के लिए शहर में कार्यान्वित किए जा रहे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्टों के कार्यालय में किसी भी तरह के कागज का इस्तेमाल नहीं होगा। स्मार्ट सिटी का हर प्रोजेक्ट पेपरलैस होगा। सरकार ने आदेश दिया है कि स्मार्ट सिटी का काम सच में स्मार्ट होना चाहिए। प्रोजेक्ट की रिपोर्ट तैयार करने से लेकर सभी तरह के पत्राचार पीडीएफ फार्मेट में दिए जाएंगे। ताकि कागज का इस्तेमाल न हो और कागज बचाकर शहर को स्मार्ट बनाया जा सके। वहीं, वीरवार को नगर निगम के आयुक्त पंकज राय ने दिल्ली में स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्टों की प्रेजेंटेशन दी।
अगर स्मार्ट सिटी में सब काम पेपरलैस होगा तो यह बड़ी उपलब्धि होगी। शिमला स्मार्ट सिटी देश का पहला पेपरलैस प्रोजेक्ट बन जाएगा। लक्ष्य को हासिल करने में अन्य विभागों को भी सहयोग करना होगा। निगम द्वारा स्मार्ट सिटी में 28 प्रोजेक्टों पर काम किया जा रहा है। इनमें सभी प्रोजेक्टों की अलग-अलग फाइलें बन रही हैं और हजारों की संख्या में कागजों का इस्तेमाल हो रहा है। लाखों रुपये इसमें निगम के लग रहे हैं। पेपरलैस होने के बाद यह निगम के लिए जहां खर्च कम करेगा, वहीं काम भी तेजी में होगा। यह होगा फायदा
प्रोजेक्ट के तहत फाइलों को एक से दूसरी जगह पहुंचाया जाता है। बड़ी संख्या में फोटोकॉपी करनी होती हैं। इस सब में काफी वक्त भी बर्बाद होता है। इसमें इस्तेमाल होने वाले हजारों कागज के चलते पर्यावरण पर भी असर पड़ता है। फाइल की हार्ड कॉपी एक से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए जहां समय अधिक लगता है वहीं खर्च भी ज्यादा होता है। जबकि ई-फाइलिग से यह कार्य जल्द हो जाता है और कम खर्च के साथ यह प्रक्रिया पर्यावरण मित्र भी है। ऐसे होगा काम
पेपरलैस काम और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सरकार यह कदम उठाने जा रही है। प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन ही मदों को मंजूरी देंगे। इसके अलावा जो भी पत्राचार स्मार्ट सिटी में होगा वह सारा ऑनलाइन ही किया जाएगा। इस प्रयास से पर्यावरण संरक्षण को काफी बढ़ावा मिलेगा। ई-प्रणाली को अपनाने के बाद हजारों कागज निगम बचाएगा। निगम भी होगा पेपरलैस
पेपरलैस काम को बढ़ावा देने के लिए नगर निगम शिमला भी ई-प्रणाली से जुड़ने जा रहा है। नगर निगम शिमला भी ई-नगर निगम शिमला हो जाएगा। इस प्रणाली को अपनाने के बाद निगम के सभी काम ऑनलाइन हो जाएंगे। निगम को ई-प्रणाली से जोड़ने और पेपरलैस वर्क को बढ़ावा देने के लिए निगम के सभी पार्षदों ने विधानसभा में ट्रेनिग भी ली है। ऐसा पेड़ों को बचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी में हर काम अब पेपरलैस होगा। प्रोजेक्ट के तहत हर काम को पेपरलैस किया जाएगा। अधिकारियों को हर रिपोर्ट और पत्राचार पीडीएफ फार्मेट में देने को कहा गया है।
नितिन गर्ग, महाप्रबंधक टेक्नीकल स्मार्ट सिटी।