धरती को विनाश से बचाने के लिए बचाएं ऊर्जा : जयराम
राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ऊर्जा संरक्षण अति आवश्यक है। ऊर्जा के
राज्य ब्यूरो, शिमला : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ऊर्जा संरक्षण अति आवश्यक है। ऊर्जा के बिना विश्व अपने प्राकृतिक संसाधनों को खो देगा। मानवता को अन्य वैकल्पिक ऊर्जा संसाधनों पर निर्भर होना पड़ेगा।ऊर्जा संरक्षण में स्कूली बच्चे अहम भूमिका निभा सकते हैं। राज्य के लिए निवेशक अनुकूल जलविद्युत नीति बनाने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य है। राज्य में 27000 मेगावाट से अधिक जल विद्युत की क्षमता है। मुख्यमंत्री ऊर्जा मंत्रालय के ऊर्जा संरक्षण-2018 पर राष्ट्रीय अभियान के तहत सतलुज जलविद्युत निगम की ओर से आयोजित राज्यस्तरीय चित्र लेखन प्रतियोगता की अध्यक्षता कर रहे थे।
एसजेवीएन फांउडेशन अंशदान, छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों की सहायता कर रहा है। चित्र लेखन प्रतियोगिता से एनजेवीएनएल ने विद्यार्थियों को प्रतिभा दर्शाने के साथ-साथ उन्हें ऊर्जा संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए एक उपयुक्त मंच प्रदान किया है। इस प्रतियोगिता में राज्य के 5000 स्कूलों के लगभग 1.50 लाख प्रतिभागियों ने भाग लिया। एसजेवीएनएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. नंद लाल शर्मा शर्मा ने कहा कि एसजेवीएनएल राज्य के विकास में योगदान करता रहेगा। एसजेवीएनएल राज्य में 19 परियोजनाओं का क्रियान्वयन कर रहा है। नई दिल्ली में अगले माह राष्ट्र स्तर पर चित्र लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राज्य के तीन विद्यार्थी भाग लेंगे।
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ये रहे विजेता :
चित्र लेखन प्रतियोगिता की श्रेणी-ए चौथी से छठी कक्षा में सेंट एडवर्ड स्कूल शिमला की आनंदी जैन ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया। उन्हें 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। द्वितीय पुरस्कार डीएवी स्कूल सरस्वती नगर की वास्वी गुमाता, जिन्हें 15 हजार तथा तृतीय पुरस्कार डीएवी स्कूल टुटू के संचित ने प्राप्त किया, जिन्हें 10 हजार रुपये की नकद राशि प्रदान की गई। 13 अन्य प्रतिभागियों को सात्वना पुरस्कार के रूप में पाच-पाच हजार रुपये दिए गए। श्रेणी-बी में सातवीं से नौवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इसमें पीनग्रोव स्कूल के प्राजल चाहर ने प्रथम पुस्कार प्राप्त किया तथा उन्हें 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। द्वितीय पुरस्कार डीएवी टूटू के कानव ने प्राप्त किया, जिन्हें 15 हजार तथा तृतीय पुरस्कार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ननग्रा के इन्द्रजीत सिंह ने प्राप्त किया, जिन्हें 10 हजार रुपये का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया। इसके अलावा 13 अन्य प्रतिभागियों को सात्वना पुरस्कार के रूप में पाच-पाच हजार रुपये की राशि प्रदान की गई।